Jyeshtha Purnima Upay 2023: इस साल ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा 3 जून 2023 को है. इस तिथि को जेठ पूर्णिमा या जेठ पूर्णमासी भी कहा जाता है. हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना जाता है. कहते हैं इस तिथि पर मां लक्ष्मी की पूजा से वह जल्द प्रसन्न होती है. इस दिन चंद्र अपनी सभी 16 कलाओं के साथ दिखाई देता है, इसलिए पूर्णिमा पर चंद्रमा को अर्घ्य देने से मानसिक तनाव दूर होता है.
स्नान समय – सुबह 04.02 – सुबह 04.43 (4 जून 2023)
भगवान सत्यनारायण की पूजा – सुबह 07.07 – सुबह 08.51 (3 जून 2023)
मां लक्ष्मी की पूजा (निशिता काल) – 3 जून 2023, रात 11.59 – 4 जून 2023, प्रात: 12.40
चंद्रोदय समय – शाम 06 बजकर 39 (3 जून 2023)
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा का सुनने या पाठन करने से लाभ मिलता है. साथ ही इस विशेष दिन पर माता लक्ष्मी की उपासना करने से धन एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि इस दिन चंद्र देव की उपासना करने से जीवन में सकारात्मकता आती है. साथ ही कुंडली में चंद्र दोष से मुक्ति मिल जाती है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद चंद्रमा से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिए. इस दिन किसी ब्राह्मण को सफेद वस्त्र, शक्कर, चावल, दही, चांदी, सफेद फूल, मोती आदि का दान करें. ऐसा करने से चंद्रमा मजबूत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
पंचांग में बताया गया है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत के दिन तीन अत्यंत शुभ समय का संयोग बन रहा है. बता दें कि इस दिन अनुराधा नक्षत्र पूर्ण रात्रि रहेगी, वहीं इस विशेष दिन पर सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है जो दोपहर 02 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगा और पूर्ण रात्रि तक रहेगा.