गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर कदमताल करेंगी खरसावां की ज्योति जारिका, NSS कैडेट के रूप में हुआ चयन
jharkhand news: गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर आयोजित परेड में कदमताल करती दिखेंगी खरसावां की ज्योति जारिका. ज्योति का चयन NSS कैडेट के रूप में हुआ है. फिलहाल, दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में मशगूल है. ज्याेति समेत झारखंड से 4 युवाओं का चयन इस परेड के लिए हुआ है.
Jharkhand news: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाली परेड़ में इस बार भी झारखंड के चार होनहार कदमताल करते नजर आयेंगे. इन में से एक सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत खरसावां प्रखंड के उधडिया गांव की ज्योति जारिका भी शामिल है. ज्योति का चयन एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) कैडेट के रूप में हुआ है. ज्योति जारिका फिलहाल हजारीबाग के विनोबा भावे यूनिवर्सिटी में बीटेक (कंप्यूटर) की पढ़ाई कर रही है.
दिल्ली में कठिन अभ्यास में जुटी है ज्योति
ज्योति जारिका गत 31 दिसंबर, 2021 से ही दिल्ली गयी हुई है. वह दिल्ली के राजपथ में 26 जनवरी, 2022 को राजपथ पर होने वाले परेड़ के लिए कठिन अभ्यास में जुटी हुई है. ज्योति ने बताया कि चयनित सभी कैडेट एनएसएस के समूह में हर दिन सुबह 5.40 से शाम 5 बजे तक एकेडमिक मोटिवेशनल सेशन में शामिल होने के अलावा परेड का अभ्यास कर रहे हैं.
ज्योति के पिता हैं बैंक कर्मी
गणतंत्र दिवस पर रष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित होने गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाली एनएसएस कैडेट ज्योति जारिका मूल रूप से खरसावां के कृष्णापुर पंचायत के उधडिया गांव की रहने वाली है. उसके पिता संजय जारिका बोकारो के एक बैंक में कर्मचारी हैं.
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ऐसे होता है चयन
दिल्ली के राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल होने के लिए एनएसएस कैडेटों को चार चरण में सफलता हासिल करना होता है. पहले यूनिवर्सिटी स्तर के बाद राज्य स्तर और फिर पीआरडी स्तर पर चयन प्रक्रिया को पार करना होता है. चौथे चरण में रिपब्लिक डे परेड शामिल होने का मौका मिलता है.
क्या कहती हैं ज्योति जारिका
गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजपथ में आयोजित होने वाली परेड में शिरकत करने के लिए चयनित होनेवाली ज्योति जारिका कहती हैं कि इसको लेकर काफी उत्साहित हूं. परेड के लिए मेरे चयन से परिवार एवं गांव के लोगों के साथ-साथ शिक्षक एवं साथी भी उत्साहित हैं. यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है. यहां अभ्यास के दौरान काफी कुछ सिखने को मिल रही है. परेड के साथ-साथ अनुशासन भी सिखाया जा रहा है, जो भविष्य में काफी काम आयेगा. कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए हमें प्रधानमंत्री से मिलने का अवसर मिल सकता है. इसको लेकर काफी आशांवित और रोमांचित हूं.
रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला-खरसावां.