रेस लगाने को तैयार ज्योति, कहा- एक माह बाद जायेंगे

बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची ज्योति ने साइकलिंग फेडरेशन के ऑफर को स्वीकार कर लिया है. उसने कहा- हां, हम रेस लगाने के लिए तैयार हैं. एक महीने का समय दिया गया है

By Prabhat Khabar News Desk | May 25, 2020 2:12 AM

दरभंगा/मुजफ्फरपुर : बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची ज्योति ने साइकलिंग फेडरेशन के ऑफर को स्वीकार कर लिया है. उसने कहा- हां, हम रेस लगाने के लिए तैयार हैं. एक महीने का समय दिया गया है. हम वहां जायेंगे. ज्योति की चर्चा देश-विदेश में होने के बाद साइकलिंग फेडरेशन ने उसे ट्रायल के लिए दिल्ली आने का ऑफर दिया है. यदि वह टेस्ट में सफल हो जाती है, तो उसे मुफ्त में प्रशिक्षण दिया जायेगा.

दरभंगा जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर ज्योति के गांव सिरहुल्ली (प्रखंड- सिंघवाड़ा) में हर दिन लोग पहुंच रहे हैं. कोई उसे शाबाशी दे रहा तो कोई मदद लेकर पहुंच रहा है. पिता मोहन पासवान और मां फूलो देवी फूले नहीं समाते. मोहन दिल्ली में ऑटो चलाते थे और एक दुर्घटना की वजह से चलने-फिरने में थोड़े लाचार हैं.

ज्योति कहती है कि जब दिल्ली से सभी लोग चलने लगे तो उसने भी गांव लौटने की ठानी, लेकिन पिता जी ने मना कर दिया. कहा कि इतनी दूर कैसे जायेंगे. फिर मैंने पिता को भरोसा दिलाया कि मैं अापको ले जाऊंगी. पास में सिर्फ 500 रुपये थे. रास्ते में खाने के लिए चूड़ा रख लिया. उसने बताया कि रास्ते में कई जगह खाना-पानी मिल गया था. आठ मई को गुरुग्राम से चली और 15 मई को दरभंगा पहुंची. ज्योति के घर में मां-पिता के अलावा बड़ी बहन और भाई हैं.

ज्योति के साहस की तारीफ अमेरिकी राष्ट्रपति इवांका ट्रंप ने भी की है. ज्योति अब तक इवांका नहीं जानती थी. उसने बताया कि आसपास के लोगों ने बताया कि अमेरिका की रहने वाली इवांका ने तुम्हें आशीर्वाद दिया है. हम भी उनको थैंक्यू बोलते हैं.

रामविलास पासवान ने किया ट्वीट :केंद्र खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ज्योती के जज्बे की तारीफ की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कोरोना महामारी के इस संकट से पूरा देश लड़ रहा है. ऐसे कठिन समय में आधुनिक श्रवण कुमार, बिहार की बेटी ज्योति पासवान ने अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से दरभंगा तक एक हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा कर जिस हिम्मत और साहस का परिचय दिया है, उससे अभिभूत हूं.

मैं केंद्रीय खेल मंत्री (किरेन रिजुजू) जी से भी आग्रह करता हूं कि पूरी दुनिया में साहस की मिसाल कायम करने वाली देश की बेटी ज्योति पासवान की साइकलिंग की प्रतिभा को और अधिक संवारने के लिए इसके उचित प्रशिक्षण और छात्रवृति की व्यवस्था करें.

किरेन रिजुजू ने दिया भरोसाइसके जवाब में केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजुजू ने कहा, मैं विश्वास दिलाता हूं साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) अधिकारियों और साइकलिंग फेडरेशन से ज्योति कुमारी के परीक्षण के बाद मुझे रिपोर्ट करने के लिए कहूंगा. यदि संभावित पाया तो उसे नयी दिल्ली में आइजीआइ स्टेडियम परिसर में राष्ट्रीय साइकिलिंग अकादमी में प्रशिक्षु के रूप में चुना जायेगा.

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