West Bengal : राशन घोटाला मामले में गिरफ्तार किए गए मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का स्वास्थ्य और बिगड़ा
गत 16 नवंबर को अस्वस्थता के कारण मल्लिक बैंकशाल कोर्ट में सशरीर हाजिर नहीं हो पाये थे और उनकी कोर्ट में वर्चुअल माध्यम से पेशी हुई थी. सुनवाई के दौरान मंत्री ने न्यायाधीश के समक्ष अपने अस्वस्थ होने का हवाला देते हुए कहा था कि मैं एक अधिवक्ता भी हूं.
पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपए के राशन घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किए गए मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ( Minister Jyotipriya Mallik) की तबीयत और बिगड़ गई है. जिसके बाद सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल (एसएसकेएम) अस्पताल ने उनके स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए एक चिकित्सकीय बोर्ड का गठन किया है. ज्योतिप्रिय को प्रवर्तन निदेशालय ने करोड़ों रुपए के राशन घोटाला मामले में कथित संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मल्लिक का मंगलवार रात को रक्त शर्करा स्तर बढ़ गया था, जिसके बाद उन्हें ‘प्रेजीडेंसी जेल’ से ‘एसएसकेएम’ अस्पताल ले जाया गया था.
मंत्री ने बाएं हिस्से के सुन्न पड़ने की शिकायत की थी
उन्होंने बताया कि अस्पताल के हृदय रोग विभाग में भर्ती मंत्री ने बुधवार सुबह अपने शरीर के बाएं हिस्से के सुन्न पड़ने की शिकायत की. मिली जानकारी के अनुसार उनका एमआरआई कराया गया. हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. हमने समग्र जांच के लिए तंत्रिका विज्ञान, एंडोक्रिनोलॉजी (अंत:स्राव-विज्ञान), मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी (गुर्दे संबंधी बीमारियों के विशेषज्ञ), यूरोलॉजी (मूत्र विज्ञान)और हृदय रोग विभागों के एक-एक चिकित्सक का दल तैयार किया है. हम उनके स्वास्थ्य पर नजर रखेंगे और यह तय करेंगे कि आगे क्या करना है.ज्योतिप्रिय उच्च रक्त शर्करा और अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं. उन्हें इस साल अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था.
Also Read: WB News : तृणमूल नेताओं के साथ ममता बनर्जी की बैठक आज, भाजपा की ‘एजेंसी राजनीति’ को लेकर देंगी वोकल टॉनिक
मल्लिक बैंकशाल कोर्ट में सशरीर हाजिर नहीं हो पाये थे
गत 16 नवंबर को अस्वस्थता के कारण मल्लिक बैंकशाल कोर्ट में सशरीर हाजिर नहीं हो पाये थे और उनकी कोर्ट में वर्चुअल माध्यम से पेशी हुई थी. सुनवाई के दौरान मंत्री ने न्यायाधीश के समक्ष अपने अस्वस्थ होने का हवाला देते हुए कहा था कि मैं एक अधिवक्ता भी हूं. कलकत्ता हाइकोर्ट और बैंकशाल कोर्ट का सदस्य हूं. मेरे पैरों में समस्या हो रही है. 350 से ज्यादा शुगर है. हाथ-पैर काम नहीं कर रहे हैं. सर, मुझे जीने दीजिये. मुझे बचने दीजिये. हालांकि, सुनवाई के दौरान सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मंत्री मल्लिक की न्यायिक हिरासत की अवधि 30 नवंबर तक बढ़ा दी गयी.