ज्योतिप्रिय मल्लिक का दावा : मैं स्वतंत्र हूं, 11 दिनों में ईडी को एहसास हुआ कि मैं दोषी नहीं हूं’
जांच के तहत गत शनिवार को ईडी ने राज्य के अलग-अलग जगहों में चावल, आटा मिलों के मालिकों, व्यवसायियों व अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जो देर रात तक जारी रही. यह छापे कोलकाता, उत्तर 24 परगना, नदिया और हावड़ा में अलग-अलग जगहों पर छापे मारे गये थे.
पूर्व खाद्य मंत्री व राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय (बालू) मल्लिक राजनीतिक साजिश के शिकार हैं. राशन वितरण भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई के दौरान बालू के वकील ने कोर्ट में ऐसा दावा किया है. उन्होंने अदालत से जांच जल्द पूरी करने का भी अनुरोध किया. ज्योतिप्रिय ने अदालत में यह भी दावा किया कि अदालत के आदेश के बावजूद कमांड अस्पताल में मंत्री के लिए कोई मेडिकल बोर्ड गठित नहीं किया गया था.
ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा : मैं स्वतंत्र हूं
सोमवार को बैंकशाल कोर्ट में प्रवेश करने से पहले ज्योतिप्रिय ने कहा, ”मैं स्वतंत्र हूं, मैं आज़ाद हूं ईडी को एहसास हो गया है कि मैं आजाद हूं. लेकिन वह यह दावा किस संदर्भ में कर रहे हैं, यह स्पष्ट नहीं है. उधर, ईडी सूत्रों के मुताबिक मंत्री को अपनी हिरासत में लेने के लिए वे फिर से कोर्ट में अर्जी देंगे. सोमवार सुबह ज्योतिप्रिय ने एक बार फिर खुद को ‘निर्दोष’ बताया. सोमवार को अदालत में पेश करने से पहले उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया. ईडी कार्यालय सीजीओ कॉम्प्लेक्स से बाहर निकलते हुए ज्योतिप्रिय ने तीन बार कहा, “मैं निर्दोष हूं। मैं निर्दोष हूं मैं निर्दोष हूं”.
ईडी की जांच के दायरे में मंत्री के करीबी माने जाने वाले एक और व्यवसायी
सूत्रों के अनुसार, मामले में ईडी की जांच के दायरे में मंत्री के करीबी माने जाने वाले एक और व्यवसायी भी हैं. उनके सॉल्टलेक स्थित आवास में गत शनिवार को केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने तलाशी अभियान भी चलाया था. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि सॉल्टलेक के बीडी ब्लॉक स्थित उक्त व्यवसायी के आवास में मंत्री मल्लिक का आना-जाना होता था. वह प्राय: शाम को वहां आते थे. उक्त व्यवसायी के साथ मंत्री का क्या संपर्क था, इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है. गौरतलब है कि इस मामले में मंत्री के पहले उनके करीबी माने जाने वाले व्यवसायी बकीबुल रहमान उर्फ बकीबुर को भी गिरफ्तार किया जा चुका है.जांच के दायरे में दोनों के परिजन व करीबी माने जाने लोग भी हैं. जांच के तहत गत शनिवार को ईडी ने राज्य के अलग-अलग जगहों में चावल, आटा मिलों के मालिकों, व्यवसायियों व अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जो देर रात तक जारी रही. यह छापे कोलकाता, उत्तर 24 परगना, नदिया और हावड़ा में अलग-अलग जगहों पर छापे मारे गये थे.