25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jyotish Shastra: सूर्य अगर लग्न में हो, तो शुभ होता है या अशुभ, जानें काला रंग को क्यों माना गया है अशुभ

Jyotish Shastra: ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रहों की विशेषताएं बताई गई हैं. कुछ ग्रह योग हानि कराते हैं जबकि कुछ धन लाभ कराते हैं. ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति को धन और समृद्धि का ग्रह माना जाता है. कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत हो तो इसका सकारात्मक प्रभाव जीवन पर पड़ता है.

Undefined
Jyotish shastra: सूर्य अगर लग्न में हो, तो शुभ होता है या अशुभ, जानें काला रंग को क्यों माना गया है अशुभ 6

Jyotish Shastra: प्रथम भाव यानी लग्न में सूर्य हो तो ऐसे व्यक्ति भावुक होते हैं. इनके स्वभाव में नाटकीय रूप से उग्रता और मृदुता दोनों दृष्टिगोचर होती है. ऐसे लोग सुनी-सुनायी बातों पर सरलतापूर्वक यकीन नहीं करते. इनकी देह में अक्सर भारीपन आने लगता है और लचीलापन कम होने लगता है, जिससे इन्हें कभी-कभी मांसपेशियों में पीड़ा की शिकायत होती है. यह स्थिति पिता के सुख में कुछ कमी का कारक बनती है. ऐसे लोगों को श्रेय जरा देर से मिलता है.

Undefined
Jyotish shastra: सूर्य अगर लग्न में हो, तो शुभ होता है या अशुभ, जानें काला रंग को क्यों माना गया है अशुभ 7
मनी प्लांट कैसा फल देता है?

सामान्य रूप से लोग मनी प्लांट को समृद्धि का कारक मानते हैं, पर सत्य यह है कि यदि कुंडली में बुध अच्छा नहीं हो तो घर में मनी प्लांट लगाने से घर की बेटियां और बहनें संघर्षमय जीवन व्यतीत करती हैं और अपार कष्ट पाती हैं. ऐसा पारंपरिक मान्यताएं कहती हैं.

Undefined
Jyotish shastra: सूर्य अगर लग्न में हो, तो शुभ होता है या अशुभ, जानें काला रंग को क्यों माना गया है अशुभ 8
कुंडली में त्रिकोण का स्वामी अगर पाप ग्रह हो तो कैसा होगा?

कुंडली में लग्न, पंचम व दशम भाव को त्रिकोण कहा जाता है. त्रिकोण के स्वामी शुभ ग्रह हों या पाप ग्रह, सदैव शुभ और उत्तम फल ही प्रदान करते ह

Undefined
Jyotish shastra: सूर्य अगर लग्न में हो, तो शुभ होता है या अशुभ, जानें काला रंग को क्यों माना गया है अशुभ 9
काला रंग अशुभ क्यों माना जाता है?

कोई भी रंग सबके लिए सार्वभौमिक रूप से शुभ या अशुभ हर्गिज नहीं हो सकता. ऐसी मान्यतायें देश, काल और परिस्थितियों के अनुसार बदलती रहती हैं. ज्योतिषिय मान्यताओं के अनुसार, काले रंग का संबंध शनिदेव से है. यदि कुंडली में शनि तृतीय, षष्ठ या एकादश भाव में आसीन हो तो काला रंग बेहद शुभ फल प्रदायक बन जाता है, पर यदि शनि अष्टम और द्वादश भाव में हों तो काला रंग कष्ट का कारक बन सकता है. अतः इस रंग पर ही नहीं, बल्कि किसी भी रंग पर एक तरफा शुभ-अशुभ का लेबल चस्पा नहीं किया जा सकता. प्रचलित मुंहबोली बातों, संदेहों और धारणाओं का अक्सर कोई आधार नहीं होता.

Undefined
Jyotish shastra: सूर्य अगर लग्न में हो, तो शुभ होता है या अशुभ, जानें काला रंग को क्यों माना गया है अशुभ 10
कुंडली में विवाह योग है या नहीं

आपकी राशि कन्या और लग्न कुंभ है. आपकी कुंडली में पराक्रमेश और कर्मेश मंगल अष्टम भाव में आसीन होकर आपको मांगलिक बना रहा है, वहीं लाभेश और धनेश वृहस्पति की युति आपके स्वभाव को लचीला न बनाकर, झुंझलाहट व आक्रामकता से युक्त करके विवेकहीनता प्रदान कर रही है. विधाता का संकेत ही कि थोड़े से प्रयास से आपका पुनर्विवाह संभव तो है, पर कुंडली मिलान एक अनिवार्यशर्त है. नियमित रूप से वर्जिश, भ्रमण, प्राणायाम व ध्यान के साथ मस्तक, नाभि व जिह्वा पर केसर मिश्रित जल का लेप लाभ प्रदान करेगा, ऐसा ज्योतिष की पारंपरिक मान्यतायें कहती हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें