Jharkhand: काली पूजा व दिवाली को लेकर मां छिन्नमस्तिके मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा, देखिए भव्य नजारा
रंग-बिरंगी लाइटों एवं दूधिया रोशनी में मां छिन्नमस्तिके मंदिर का अद्भुत दृश्य देखते ही बन रहा है. मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है. उन्होंने कहा कि हवन, यज्ञ व अनुष्ठान करने से लोगों के रोग, दुख और कष्ट दूर होता है.
Jharkhand News: रामगढ़ जिले के रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में काली पूजा एवं दीपावली को लेकर आकर्षक विद्युत सज्जा की गयी है. रंग-बिरंगी लाइटों एवं दूधिया रोशनी में मंदिर का यह अद्भुत दृश्य देखते ही बन रहा है. यहां पहुंचने वाले लोग मंदिर का अद्भुत नजारा देख मंत्रमुग्ध हो रहे हैं. जानकारी के अनुसार कार्तिक अमावस्या की रात में यहां मां छिन्नमस्तिके देवी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. यहां रातभर मंदिर का द्वार खुला रहता है. जहां लोग मां छिन्नमस्तिके का दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं.
अमावस्या की रात में तंत्र साधना
झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार, ओड़िशा, छत्तीसगढ़, यूपी सहित कई राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु, साधक और तांत्रिक रजरप्पा मंदिर पहुंचते हैं, जहां मां छिन्नमस्तिके देवी की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद मंदिर प्रक्षेत्र के विभिन्न हवन कुंडों में यज्ञ, हवन, जाप के साथ अनुष्ठान करते हैं. गौरतलब है कि अमावस्या की रात में तंत्र सिद्धि के लिए रजरप्पा मंदिर सबसे उपयुक्त जगह माना जाता है. जानकारी के अनुसार कार्तिक अमावस्या की रात में यहां मां छिन्नमस्तिके देवी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. यहां रातभर मंदिर का द्वार खुला रहता है. जहां लोग मां छिन्नमस्तिके का दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं.
भक्तों की मनोकामना होती है पूरी
मंदिर के पुजारी रितेश पंडा ने कहा कि रजरप्पा में काली पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन यहां मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है. उन्होंने कहा कि हवन, यज्ञ व अनुष्ठान करने से लोगों के रोग, दुख और कष्ट दूर होता है. इसके साथ ही उन्हें सुख, शांति व समृद्धि प्राप्त होती है.
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रिपोर्ट : सुरेंद्र/शंकर, रामगढ़