कमरहट्टी बंगाल का सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र, देबग्राम-फुलबाड़ी सबसे बड़ा
पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों में सबसे बड़ा और सबसे छोटा क्षेत्र कौन-सा है? मतदाताओं की संख्या के लिहाज से उत्तर 24 परगना जिला का कमरहट्टी सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है, तो उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला का देबग्राम-फुलवाड़ी सबसे बड़ा.
कोलकाता : आपको पता है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों में सबसे बड़ा और सबसे छोटा क्षेत्र कौन-सा है? मतदाताओं की संख्या के लिहाज से उत्तर 24 परगना जिला का कमरहट्टी सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है, तो उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला का देबग्राम-फुलवाड़ी सबसे बड़ा.
कमरहट्टी में कुल 1,96,913 मतदाता हैं, जबकि देबग्राम-फुलबाड़ी में 3,09,917. कमरहट्टी का विधानसभा केंद्र संख्या 112 है और देबग्राम-फुलबाड़ी का 19. इन दोनों विधानसभा सीटों पर एक ही दिन मतदान होना है. 17 अप्रैल को दोनों सीटों पर वोटिंग होने जा रही है.
पांचवें चरण में बंगाल के 6 जिलों की कुल 45 विधानसभा सीटों पर शनिवार (17 अप्रैल) को मतदान होंगे. इनमें ये दोनों विधानसभा क्षेत्र यानी कमरहट्टी और देबग्राम-फुलवाड़ी भी शामिल हैं. सबसे छोटे विधानसभा क्षेत्र कमरहट्टी में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्रा को टिकट दिया है.
मदन मित्रा के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने अनिंद्य (राजू) बनर्जी को अपना उम्मीदवार बनाया है, तो संयुक्त मोर्चा (कांग्रेस-लेफ्ट-आइएसएफ गठबंधन) की ओर से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सायनदीप मित्र को मैदान में मुकाबले के लिए उतारा है.
उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी स्थित राज्य की सबसे बड़ी विधानसभा सीट देबग्राम-फुलबाड़ी में मुकाबला तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और माकपा के बीच है. यहां से सत्ताधारी दल ने दबंग नेता गौतम देव को टिकट दिया है, तो भाजपा ने शिखा चटर्जी को उतारा है. माकपा ने इस सीट पर दिलीप सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में इस बार 8 चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. चार चरण के चुनाव समाप्त हो चुके हैं और पांचवें चरण की वोटिंग 17 अप्रैल को करायी जायेगी. इस चरण में उत्तर 24 परगना की 16, पूर्वी बर्दवान की 8, नदिया की 8 सीटों के अलावा उत्तर बंगाल के दार्जीलिंग जिले की सभी 5, जलपाईगुड़ी की सभी 7 और कलिम्पोंग जिले की 1 सीट पर वोटिंग होगी.
Posted By : Mithilesh Jha