कंगना रनौत को हुआ डेंगू, आराम करने की बजाय सेट पर मेहनत करती दिखीं एक्ट्रेस, वायरल हुई तस्वीर
इंस्टाग्राम पर जानकारी दी गई है कि उनकी श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या कम है और उन्हें तेज बुखार है. कंगना रनौत को सोमवार को उसे डेंगू होने का पता चला.
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अपनी फिल्म इमरजेंसी को लेकर सुर्खियों में छाई हुई हैं. लेकिन इस बीच उनकी तबीयत बिगड़ गई है. कंगना को डेंगू हो गया है और इसकी जानकारी मणिकर्णिका फिल्म्स के सोशल मीडिया अकाउंट से दी गई है. लेकिन कंगना इस हालत में अपने निर्देशन में बनी पहली फिल्म इमरजेंसी के सेट पर काम कर रही हैं.
मणिकर्णिका फिल्म्स ने शेयर की कंगना की तस्वीरइंस्टाग्राम पर जानकारी दी गई है कि उनकी श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या कम है और उन्हें तेज बुखार है. कंगना रनौत को सोमवार को उसे डेंगू होने का पता चला. उनके प्रोडक्शन हाउस मणिकर्णिका फिल्म्स के आधिकारिक हैंडल से एक इंस्टाग्राम पोस्ट से पता चला कि कंगना अस्वस्थ होने के बावजूद काम कर रही हैं.
कंगना की सेट की तस्वीरें शेयर कर कैप्शन में लिखा गया है कि, “जब आप डेंगू से पीड़ित होते हैं, खतरनाक रूप से सफेद रक्त कोशिका की गिनती कम होना, तेज बुखार और फिर भी आप काम पर उतरते हैं, तो यह जुनून नहीं है, पागलपन है … हमारे प्रमुख @kanganaranaut ऐसी प्रेरणा हैं।” कंगना ने अपनी टीम को धन्यवाद देते हुए जवाब दिया, “धन्यवाद टीम @manikarnikafilms शरीर बीमार हो जाता है आत्मा नहीं … आपके शब्दों के लिए धन्यवाद.”
इंदिरा गांधी का किरदार निभा रहीं कंगना रनौतकंगना इस फिल्म में भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधान मंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के रूप में दिखाई देंगी. इस फिल्म को रितेश शाह ने लिखा है, जिन्होंने उनकी पिछली फिल्म धाकड़ भी लिखी थी. इस साल की शुरुआत में कंगना ने खुलासा किया था कि प्रसिद्ध हॉलीवुड कृत्रिम मेकअप कलाकार डेविड मालिनोवस्की फिल्म इमरजेंसी के लिए अपने लुक पर काम करेंगे. कुछ हफ़्ते पहले ही उन्होंने फिल्म से अपना फर्स्ट लुक टीज़र शेयर किया था जिसे फैंस ने बेहद पसंद किया था.
Also Read: Raksha Bandhan: बायकॉट के चलन पर अक्षय कुमार ने कह दी बड़ी बात, बोले- फिल्म देखने का मन नहीं है तो… कंगना ने इमरजेंसी के बारे में कही ये बातहाल ही में एएनआई को दिए इंटरव्यू में कंगना ने फिल्म देखने वालों की भावनाओं को बदलने की बात कही थी. उन्होंने कहा, “दर्शक खुद को इस कहानी के साथ और अधिक शामिल करना चाहते हैं और ऐसे में कथा को भी उन पर केंद्रित होना चाहिए. आपातकाल हाल के इतिहास का एक निर्विवाद हिस्सा है और मुझे लगता है कि यह दर्शकों को क्लिक करेगा. ऐसा नहीं है कि लोग कंटेंट नहीं चाहते हैं, वे युवा फिल्म निर्माताओं, नई विचार प्रक्रिया और ताज़ा विचारों को देखना चाहते हैं, न कि बासी ठेठ फॉर्मूला फिल्में.”