कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी ने हाईकोर्ट से गुहार लगाई कि कंगना के खिलाफ कॉपीराइट केस में दर्ज FIR को भी रद्द किया जाए. इस साल मार्च में निर्माता कमल जैन, कंगना रनौत और उनके भाई-बहनों रंगोली चंदेल और अक्षत रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, जब “डिड्डा: द वारियर क्वीन ऑफ कश्मीर” के लेखक आशीष कौल ने उन पर कॉपीराइट उल्लंघन और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. इस केस में आज सुनवाई हुई. जिसमें इस केस के अलावा कंगना के वकीलों ने कोर्ट से मांग की कि उनके खिलाफ चल रहे कॉपीराइट केस में भी कोर्ट उस एफआईआर को रद्द करने का आदेश दे.
कंगना के वकील ने कही ये बात
कंगना की फिल्म के प्रोड्यूर्स की तरफ से पेश हुए वकील ऋषिकेश मुंडार्गी ने कोर्ट को बताया कि कंगना के विदेश न जाने की वजह से उनके क्लाइंट को रोजाना 15 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है. इसलिए इस मामले को जल्दी से निपटाया जाए. जिसके बाद रिजवान सिद्दीकी ने कोर्ट से कहा कि वो दोनों केस में राहत चाहते हैं क्योंकि मामला पासपोर्ट का है.
कंगना और अक्षत ने हाईकोर्ट में अपनी याचिका में प्राथमिकी दर्ज करने के मजिस्ट्रेट के आदेश और पुलिस द्वारा जारी नोटिस को पूछताछ के लिए पेश होने के निर्देश को भी चुनौती दी. “पूरी प्राथमिकी एक झूठे मामले पर दर्ज की गई है. कॉपीराइट का उल्लंघन तभी हो सकता है जब तुलनात्मक कार्य हो.”
याचिकाकर्ताओं ने अब तक कोई काम नहीं किया है. उसने (कंगना) ने केवल अपने सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि वह क्वीन डिड्डा पर एक फिल्म बनाने की योजना बना रही है, ”रानौत के वकील रिजवान सिद्दीकी ने शुक्रवार को एचसी में तर्क दिया. समय की कमी के कारण, न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति जी ए सनप की खंडपीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता सोमवार को आगे की सुनवाई की मांग कर सकते हैं.”
क्या है मामला?
मुंबई पुलिस ने मार्च में कमल जैन, कंगना, उनकी बहन रंगोली चंदेल और भाई अक्षत रनौत के खिलाफ उस वक्त मामला दर्ज किया जब पुस्तक ‘‘दिद्दा : द वॉरियर क्वीन ऑफ कश्मीर’’ के लेखक आशीष कौल ने इन लोगों के खिलाफ कॉपीराइट का उल्लंघन करने और धोखाधड़ी की शिकायत की.
Posted By: Shaurya Punj