कनिका कपूर के पिछले महीने कोरोना वायरस पॉजिटिव की खबर सामने आते ही उन्हें भारी आलोचना और ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा था. गायिका फिलहाल लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती हैं. पहले उन्हें लंदन से लौटने के बाद सेल्फ क्वारंटाइन में नहीं रहने को लेकर उनकी आलोचना की गई. इसके बाद खबरें आई कि मेडिकल स्टाफ के साथ उनका व्यवहार ठीक नहीं है. अब इसपर उनके परिवार का बयान आया है.
इंडिया टुडे को दिये एक इंटरव्यू में उनके परिवार ने बताया कि, कैसे उसने अस्वस्थ महसूस करना शुरू कर दिया था, उसका परीक्षण किया गया और अस्पताल में क्या हुआ. इस दौरान उन्होंने संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGIMS) अस्पताल में कनिका के नखरे करने वाले बयान पर भी बात की.
कनिका के परिवारवालों ने कहा,’ जब अस्पताल के एक कमरे में पर्दे के पीछे मेडिकल गाउन बदलने के लिए कहती थीं, तो उसे (कनिका कपूर) असहज महसूस होता था, इसकी शिकायत उसने की. उन्होंने क्वारंटाइन वार्ड में गंदगी देखी और अस्पताल के कर्मचारियों से इसे साफ करने के लिए कहा.
Also Read: Bappi Lahiri का खुलासा – मुझसे मिली थी कनिका कपूर
दरअसल, पिछले दिनों टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कनिका ने कहा था,’ मैं सुबह 11 बजे से यहां हूं और पानी पीने के लिए एक छोटी बोतल दी गई है. मैं इन लोगों से खाने के लिए कुछ देने को कह रही हूं, लेकिन मुझे केवल दो छोटे केले और एक नारंगी दिया गया है. मुझे बहुत भूख लगी है, मैंने वह दवा भी नहीं ली है जो अब तक मुझे ले लेनी चाहिए थी. मुझे बुखार है, मैंने उन्हें सूचित किया है, लेकिन कोई भी मुझे अटेंड करने नहीं पहुंचा है. जो खाना मैं अपने साथ लाई थी वो उन्होंने ले लिया. मैं कुछ भी नहीं खा सकता है जो मुझे दिया गया है क्योंकि मुझे कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी है. मैं भूखा हूं, प्यासी हूं और मुझे बहुत दुख महसूस हो रहा है.’
कनिका ने कहा था,’ “जब मैंने डॉक्टर से पूछा कि क्या मेरा कमरा साफ कर दिया गया है तो उन्होंने मुझे कहा कि ये कोई फाइव स्टार होटल नहीं है जहां आपको ऐसी सुविधा मिले. उन्होंने कहा कि अधिकारी जानकारी वापस लेने और मेरी बीमारी का खुलासा नहीं करने को लेकर मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने जा रहे हैं. मुझे इस तरह की धमकिया दी जा रही हैं.’
इसके बाद अहमदाबाद मिरर से बातचीत में अस्पताल के निदेशक डॉ. आरके धीमान ने बताया था कि कनिका को सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. उन्होंने कहा था,’ अस्पताल के कर्मचारी चार-चार घंटे की शिफ्ट कर रहे हैं और इस दौरान वे खाना-पीना नहीं कर सकते क्योंकि वे संक्रमण-रोधी उपकरण पहने रहते हैं. कमरे को हर चार घंटे में सफाई होती है. कनिका कपूर के दावे सभी निराधार हैं.’ उन्होंने यह भी कहा था कि हम उन्हें जितना संभव हो उतनी सुविधाएं दे रहे हैं. उन्हें एक मरीज के रूप में सहयोग करना चाहिए और एक स्टार की तरह नखने नहीं दिखाना चाहिए.
बता दें कि कनिका कपूर का पांचवां टेस्ट भी कोरोना पॉजिटिव आया है. हालांकि बताया जा रहा है उनकी हालत में सुधार है. बावजूद इसके जब तक उनका टेस्ट निगेटिव नहीं आ जाता, उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जा सकता.