कानपुर-बुंदेलखंड का योगी मंत्रिमंडल में घटा रूतबा, कम सीटें बनी वजह?
बताते चलें कि 2017 के चुनाव में भाजपा को कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 विधानसभा सीटों में से कुल 47 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, 2022 के चुनाव में केवल 40 सीटों पर जीत मिली.
Yogi Government 2.0: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नयी सरकार में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र से पिछली बार की अपेक्षा इस बार कम लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. बता दें, 2017 में कानपुर-बुंदेलखंड से मंत्रियों की संख्या 10 थी, जबकि इस बार 6 विधायक ही मंत्रिमंडल में जगह ले पाए है. इसमें से ललितपुर के महरौनी विधानसभा सीट से विधायक मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी और कानपुर देहात के सिकंदरा सीट से विधायक अजीत पाल को दूसरी बार राज्यमंत्री का पद मिला है, जबकि चार विधायकों को पहली बार योगी सरकार में शामिल किया गया है.
बताते चलें कि 2017 के चुनाव में भाजपा को कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 विधानसभा सीटों में से कुल 47 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, 2022 के चुनाव में केवल 40 सीटों पर जीत मिली.
क्षेत्र में दो मंत्री ऐसे हैं, जो कुछ दिन पहले ही भाजपा से जुड़े. उन्हें विधानसभा का टिकट मिला, जीत गए और मंत्री भी बना दिए गए. इसमें से पहला नाम दो बार के सांसद रहे राकेश सचान का है, जो चुनाव से 15 दिन पहले ही कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे. राकेश सचान कानपुर देहात की भोगनीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की.
राकेश सचान इकलौते कैबिनेट मंत्रीराकेश सचान कानपुर-बुंदेलखंड से इकलौते कैबिनेट मंत्री बने हैं. वहीं, कानपुर के पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरुण एक महीने पहले भाजपा से जुड़े और कन्नौज सदर से जीत हासिल की. उन्हें राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है. जबकि अकबरपुर रनिया से दूसरी बार भाजपा से विधायक बनी प्रतिभा शुक्ला को भी योगी सरकार 2.0 में जगह दी गई है.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी, कानपुर