Kanpur News: कानपुर से दहलाने वाली घटना सामने आई है. कानपुर में दिनदहाड़े एक ठेकेदार को बिल्डर ने अपने ही घर के सामने आग लगाकर फूंक दिया. आग से झुलसे ठेकेदार की चीख निकली तो आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े. आग की लपटों से झुलसे ठेकेदार को राहगीरों ने उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया.जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं मामले की जांच करने डीसीपी ईस्ट ने मौके पर पहुँचे. मृतक के परिजन की तहरीर पर चकेरी पुलिस ने हत्या की धारा में एफआईआर दर्ज की. देर रात आरोपी बिल्डर और उसके मुंशी को गिरफ्तार कर लिया.
पूरा मामला कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर का है. मूलरूप से रानीगंज उन्नाव के रहने वाले राजेन्द्र प्रसाद पाल यहां एमईएस कॉलोनी एनटू रोड लाल बंगला में 50 साल से रह रहे हैं. राजेन्द्र के बेटे अरविंद पाल ने बताया कि पिता लेबरों की ठेकेदारी करते थे. पिछले 12 साल से वह डी ब्लॉक श्याम नगर निवासी बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव के लिए काम करते रहे थे. अरविंद ने आरोप लगाया कि पिता को बिल्डर से 18 लाख रुपये लेने थे, जिसके लिए वह बीते 3-4 साल से उन्हें टाल रहा था. पिता बिल्डर के पास पैसे लेने के लिए गए थे तभी दबंग बिल्डर के मुंसी ने राजेन्द्र पर पेट्रोल डाल कर आग के हवाले कर दिया. वही जब राजेन्द्र की चीख निकली तो राहगीरों ने उसकी मदद की ओर उससे उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. देर रात पुलिस ने बिल्डर और उसके मुंसी को गिरफ्तार कर लिया.
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वहीं मृतक राजेंद्र के बेटे अरविंद ने आरोप लगा कि बुधवार को उसके पिता बिल्डर से हिसाब-किताब करने गए थे. आरोप है कि वहां विवाद के बाद बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव और उसके मुंशी राघवेन्द्र तिवारी ने मारपीट के पिता को बंधक बनाया और घर के बाहर पेट्रोल डालकर फूंक दिया.
बिल्डर ने रसूख का फायदा व्यापार में जमकर उठाया. एक परिवार उसका शिकार हो चुका है और मृतक ठेकेदार राजेन्द्र पाल की तरह ही वह भी पुलिस और प्रशासनिक अफसरों से न्याय की गुहार लगा रहा है. एंटू रोड लाल बंगला निवासी नरेश घई और उनके भतीजे अनीश घई ने बताया कि सुभाष रोड पर उनका 1100 गज का प्लॉट था, जिसपर वह निर्माण कराना चाहते थे. उसी प्लॉट से जुड़ा उनका पुश्तैनी मकान भी था. सन 2015 में वह बिल्डर के सम्पर्क में आए. एग्रीमेंट के दौरान उसने खाली प्लाट के साथ-साथ पुश्तैनी घर की डिमांड रखी.कई परिवार ने अपना मकान गिरवा दिया और लगभग प्लॉट पर बिल्डर से एग्रीमेंट कर लिया.
वहीं पूरे मामले पर एसीपी मृगांक शेखर ने कहा कि बिल्डर ने पैसा मांगने पर ठेकेदार को जिंदा जला दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. एसीपी मृगांक ने कहा कि पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा इसके अलावा हम इस मामले में पुलिस की ढिलाई की जो बात कही जा रही है उसकी भी जांच कर रहे हैं.