ट्रिपल मर्डर से दहला कानपुर: डॉक्टर ने की पत्नी और बच्चों की हत्या, क्या ओमिक्रॉन से डिप्रेशन में था हत्यारा?
पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गया. पूरे अपार्टमेंट में हड़कंप और दहशत का माहौल है. एक पुलिस अफसर आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी. बाद में दूसरे पुलिस वाले भी घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान अपार्टमेंट में रहने वालों से भी पुलिस ने पूछताछ की.
Kanpur Triple Murder: कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की खबर फैली. डिप्रेशन में आकर एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी और दो जवान बच्चों की हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी ने अपने छोटे भाई को कॉल करके घटना की जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गया. पूरे अपार्टमेंट में हड़कंप और दहशत का माहौल है. एक पुलिस अफसर आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी. बाद में दूसरे पुलिस वाले भी घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान अपार्टमेंट में रहने वालों से भी पुलिस ने पूछताछ की.
पुलिस को घटनास्थल से एक डायरी मिली है. डायरी में हत्या के कारणों समेत अन्य बातों का जिक्र है. यह भी पता चला है कि हत्यारा डॉक्टर सुशील कुमार डिप्रेशन में था. डायरी के आधार पर भी पुलिस घटना की जांच में जुटी है.
पुलिस के मुताबिक कल्याणपुर थाना क्षेत्र के डिवीनिटी अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 501 में डॉक्टर सुशील कुमार अपनी पत्नी चंद्रप्रभा और बेटी खुशी (16) और बेटे शिखर (18) के साथ रहते थे. शुक्रवार की शाम उन्होंने आवास विकास में रहने वाले अपने भाई सुनील कुमार को कॉल किया. उन्होंने भाई को बताया कि डिप्रेशन में हैं और पुलिस को खबर कर दो. इसके बाद सुशील ने कॉल कट कर दिया.
जब दरवाजा तोड़ा तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए…
कॉल कट होने के बाद छोटे भाई सुनील कुमार ने दोबारा कई कॉल किए. लेकिन, रिसीव नहीं हुआ. इसके बाद वो घटनास्थल पर पहुंचे और दरवाजे को खटखटाते रहे, कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. सुनील ने पड़ोसियों और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस के पहुंचने पर दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर खून से सनी चंद्रप्रभा की लाश पड़ी थी. दूसरे कमरे में बच्चों का भी शव पड़ा था. पास ही खून से सना हथौड़ा पड़ा था.
पुलिस का कहना है कि हथौड़ा से हत्या की गई प्रतीत होती है. दोनों बच्चों की हत्या गला दबाकर की गई है. घटना को अंजाम देकर आरोपी डॉक्टर फरार हो गए. घटना के बाद पुलिस हरसंभव तरीके से जांच में जुटी है.
ओमिक्रॉन की वजह से डिप्रेशन में थे डॉक्टर?
कई मीडिया रिपोर्ट्स में घटनास्थल से पुलिस के हाथ लगे दस पन्नों की सुसाइड नोट का जिक्र है. उसमें लिखा है- ‘अब और कोविड नहीं, यह कोविड सभी को मार डालेगा. ओमिक्रॉन वैरिएंट किसी को नहीं छोड़ेगा. अब और लाशों को नहीं गिनना है. अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव है.’
इस हत्याकांड को लेकर कई सवाल भी उठे हैं. आखिर डॉक्टर कैसे एक के बाद एक दोनों बच्चों की गला दबाकर हत्या करेगा और आसपास के लोगों को भनक नहीं लगेगी? अगर डॉक्टर डिप्रेशन में थे और ऐसी खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाले थे तो उनकी पत्नी को पता कैसे नहीं चला? क्या सचमुच कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से डॉक्टर डिप्रेशन में थे? इन सारे सवालों का जवाब पुलिस खोज रही है. दूसरी तरफ जिस अपार्टमेंट में यह घटना हुई, वहां के लोग दहशत में हैं.
(रिपोर्ट:- आयुष तिवारी, कानपुर)