कानपुर लॉकर केस: देश में पहली बार बैंक ने दिया इतना बड़ा मुआवजा, रंग लाई एक परिवार की मेहनत

कानपुर लॉकर केस: देश में पहली बार लॉकर चोरी में पीड़ितों को बैंक द्वारा मुआवजा मिला है. पीड़ितो को मुआवजा दिलाने में अहम भूमिका रही व्यापारी नेता अभिमन्यु गुप्ता की जिन्होंने अपने धारदार आंदोलन के दम पर लॉकर पीड़ितों को 2.65 करोड़ रुपये का मुआवजा दिलाया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2022 5:11 PM

कानपुर लॉकर केस: देश में पहली बार लॉकर चोरी में पीड़ितों को बैंक द्वारा मुआवजा मिला है. पीड़ितो को मुआवजा दिलाने में अहम भूमिका रही व्यापारी नेता अभिमन्यु गुप्ता की जिन्होंने अपने धारदार आंदोलन के दम पर लॉकर पीड़ितों को 2.65 करोड़ रुपये का मुआवजा दिलाया. इस आंदोलन में उनका साथ उनके पिता पवन गुप्ता ने दिया.

8 अप्रैल को हुई थी पहली लॉकर चोरी की घटना

अभिमन्यु गुप्ता के मुताबिक 8 अप्रैल2022 को लॉकर चोरी की पहली घटना सामने आई थी.जिसके बाद पीड़ित पंकज गुप्ता ने अभिमन्यु के भाई सिद्धार्थ से संपर्क किया और उनको लॉकर से जेवरात चोरी होने की घटना बताई. जिसके बाद अभिमन्यु ने अपने भाई सिद्धार्थ और पिता पवन गुप्ता के साथ मिलकर आंदोलन करने की रणनीति बनाई. लेकिन आंदोलन का परिणाम क्या होगा, इसके बारे में कुछ पता नहीं था.

लॉकर पीड़ितों को साथ लेकर आक्रामक नारों और रणनीति का असर हुआ और सेंट्रल बैंक बैकफुट पर आ गया. इस बीच अभिमन्यु ने लॉकर पीड़ितों के साथ लखनऊ में संस्थागत वित्त, बीमा एवं बाह्य सहायतित परियोजना के महानिदेशक शिव सिंह यादव से मुलाकात की. यहीं से आंदोलन की नई दिशा मिली. उसके बाद महानिदेशक ने सेंट्रल बैंक के प्रबंधन को तलब कर लिया.

बताते चले कि सोमवार को लखनऊ में महानिदेशक कक्ष में सेंट्रल बैंक कार्यकारी निदेशक, अभिमन्यु गुप्ता और पवन गुप्ता की बैठक हुई थी. वहां पर ईडी ने उनसे कहा कि जो मुआवजा कहेंगे वो दिया जाएगा लेकिन आंदोलन को तत्काल प्रभाव से बंद करना पड़ेगा. इस आश्वासन के बाद बैंक ने एक घंटे के अंदर सभी लॉकर पीड़ितों के नाम डिमांड ड्राफ्ट बनवाए और प्रतीकात्मक डीडी अभिमन्यु को सौंप दी.

पीड़ितो को मिला मुआवजे का डिमांड ड्राफ्ट

कानपुर के कराची खाना स्थित सेंट्रल बैंक के लॉकर से जेवरात चोरी होने के मामले में अब 11 पीड़ितो को मुआवजा मिल गया है. .बता दे की रीजनल बैंक प्रबंधक की ओर से पीढ़ितों को डिमांड ड्राफ्ट दिया गया.

इनको मिला मुआवजा

  • सीता गुप्ता- 17.5 लाख

  • मंजू भट्टाचार्य -25 लाख

  • शकुंतला देवी -25 लाख

  • पंकज गुप्ता -25 लाख

  • मीना यादव -50 लाख

  • निर्मला तहिलियानी -25 लाख

  • वैभव महेश्वरी -20 लाख

  • महेंद्र सविता -2 लाख

  • सुशीला देवी -25 लाख

  • राजाबेटी गुप्ता -25 लाख

  • अमिता गुप्ता -25 लाख

Next Article

Exit mobile version