Manish Gupta Case: आत्मसमर्पण करने जा रहे दो आरोपी गिरफ्तार, अन्य फरार आरोपियों की तलाश
अब तक मनीष गुप्ता हत्याकांड में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी. फरार आरोपियों की तलाश जारी है. दारोगा और कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी रामगढ़ ताल के आजाद नगर में हुई है. दोनों हत्यारोपी कोर्ट में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे.
Kanpur Manish Gupta Case: कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पिटाई से मौत के मामले में दो और हत्यारोपित दारोगा राहुल दुबे और कांस्टेबल प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया गया है. मनीष हत्याकांड में गोरखपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. गोरखपुर एसपी सिटी सोनम कुमार ने आरोपियों की पकड़ने की पुष्टि भी कर दी है. बता दें कि अब तक मनीष गुप्ता हत्याकांड में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी. फरार आरोपियों की तलाश जारी है. दारोगा और कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी रामगढ़ ताल के आजाद नगर में हुई है. दोनों हत्यारोपी कोर्ट में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे.
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इस मामले में एसआईटी और पुलिस 15 दिनों से लगातार छापेमारी कर रही है. अभी भी विजय यादव और मुख्य आरक्षी कमलेश यादव पकड़ से दूर है. बता दें सभी आरोपियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था.
मनीष गुप्ता हत्याकांड में क्या हुआ था?
कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र निवासी प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की 27 सितंबर की सुबह आठ बजे गोरखपुर अपने दो दोस्तों हरवीर और प्रदीप के साथ घूमने गए हुए थे. तीनों गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के एक निजी होटल में ठहरे थे. 27 सितंबर की रात ही रामगढ़ताल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और चौकी प्रभारी अक्षय मिश्रा सहित छह पुलिसकर्मी आधी रात को होटल में चेकिंग करने पहुंच थे. कमरे की तलाशी लेने पर मनीष ने आपत्ति जताई तो पुलिसकर्मियों से उनका विवाद हो गया.
इसके बाद गोरखपुर पुलिस ने उनकी बेहरमी से पिटाई कर दी थी, जिससे उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने तीन नामजद समेत तीन अज्ञात के पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. जिसमें अब तक कुल चार आरोपी पुलिसकर्मी गिरफ्तार हो गए हैं. वही, दो पुलिस वालों की तलाश जारी है.
(इनपुट: गोरखपुर/कानपुर)