Kanpur Violence: कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हिंसा मामले के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. हयात जफर हाशमी की बहन हसीन जफर हाशमी की राशन की दुकान पर अब जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है. दरअसल कई दिनों से जिला प्रशासन को अनियमिताएं की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद जिला प्रशासन मौके पर जाकर राशन की दुकान पर जांच की. जांच में घटतौली का दोषी मिलने पर डीएम के निर्देश पर जिला आपूर्ति विभाग ने हसीन की दुकान को निलंबित कर दिया है. विभाग ने नोटिस भी जारी किया है.
बता दें कि कानपुर हिंसा के मुख्य मास्टरमाइंड बताए जा रहे हयात जफर हाशमी की बहन हसीन जफर हाशमी चमनगंज में परिवार की 70 के दशक से राशन की दुकान है. सिलाई कढ़ाई औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति की सचिव हसीन जफर वर्तमान में दुकान संचालित कर रही थी. प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी जितेंद्र पाठक ने बताया कि लगातार घटतौली की शिकायत मिल रही थी. मामले की जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि हर राशनकार्डधारक को निर्धारित राशन से एक से पांच किलो तक कम राशन दिया जा रहा था. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर डीएम की संस्तुति के बाद दुकान निलंबित कर दी गई.
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दरअसल निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जफर हयात हाशमी ने 3 जून को कानपुर बाजार बंद करने तथा 5 जून को जेल भरो आंदोलन की घोषणा की थी. इसके लिए उसने कई संगठनों व उलमा का समर्थन जुटाने का दावा भी किया था. 3 जून को बंदी के दौरान नई सड़क पर उपद्रव हुआ था. उपद्रव के आरोपी जफर हयात को उसके साथियों सहित लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.