Kanpur violence: कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज़ के बाद बाजार बंद कराने को लेकर हुई दो समुदायों के बीच हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी समेत 22 आरोपी की जमानत अर्जी टल गई है. अब जमानत पर सुनवाई 8 जुलाई को होगी. पुलिस से रिपोर्ट (अभियोजन टिप्पणियां) न आने के कारण सुनवाई की तिथि को बढ़ाया गया है. बता दें कि हयात के साथ ही 22 अन्य लोगों की जमानत अर्जी भी लंबित थी जिस पर न्यायालय से अलग-अलग तारीखें दी गई हैं.
बता दें कि भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपर शर्मा के द्वारा एक चैनल को मोहम्मद पैगम्बर के खिलाफ विवादित बयान दिया था. जिसके बाद कानपुर में मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी ने नुपुर शर्मा के टिप्पणी के विरोध में बेकनगंज बाजार बंद करने का आह्वान किया था. जिसे बाद में वापस ले लिया गया. इसके बावजूद तीन जून को जब शहर में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के दौरे के दौराने बवाल की साजिश रची गई. जिसका परिणाम नई सड़क में उपद्रव के रूप में सामने आया. इस मामले में पुलिस ने हयात को उपद्रव मुख्य मास्टमाइंड बनाया है. हयात पर हिंसा भड़काने के लिए क्राउड फंडिंग का भी आरोप है. क्राउड फंडिंग के आरोप में हयात को जेल भेजा गया है. वहीं, इस साजिश में शामिल बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा, बिल्डर मो. हाजी वसी समेत अब तक 62 लोग जेल में हैं.
एडीजीसी दिनेश अग्रवाल और विशेष लोक अभियोजक पंकज त्रिपाठी का कहना है कि बुधवार को अपर जिला जज जीतेंद्र कुमार द्विवेदी की अदालत में हयात जफर हाशमी समेत 22 लोगों की कुल 47 जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी थी. केस डायरी व पुलिस रिपोर्ट न आने के चलते हयात को अगली सुनवाई के लिए आठ जुलाई की तारीख दी गई है. जबकि अन्य 46 मामलों में अलग-अलग तारीख लगाई गई हैं.
कानपुर हिंसा के विवाद में आरोपित अब्दुल हई हाशमी की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई शुरू हुई. अब्दुल पर तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं. इसमें से एक मामले पर सुनवाई हुई जबकि अन्य दो मामलों में केस डायरी न आने के चलते यह एक दिन के लिए टाल दी गई. अब यह सुनवाई गुरुवार को होगी.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी