करिश्मा कपूर 25 जून को अपना जन्मदिन मना रही हैं. 90 के दशक में करिश्मा लोगों के दिलों पर राज करती थीं. प्रेम कैदी से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत करने वाली करिश्मा ने अपने शुरूआती दिनों में अंदाज अपना अपना, अनाड़ी, अंदाज, आतिश, राजा बाबू, जीत जैसी फिल्में की, पर एक्ट्रेस को पहचान मिली उनकी 1996 में आई फिल्म राजा हिंदुस्तानी से. मुंबई से पढ़ाई करने के बाद साल 1991 में जब 17 साल की करिश्मा ने फिल्म ‘प्रेम कैदी’ से अभिनय की शुरुआत की तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि उनके अभिनय की चर्चा हर कोई करेगा.
कपूर खानदान का रिवाज तोड़ा
करिश्मा कपूर बॉलीवुड के मशहूर कपूर खानदान से संबंध रखती हैं. उनके परदादा पृथ्वीराज कपूर थे, वहीं उनके दादाजी राज कपूर को कौन नहीं जानता, इसके अलावा उनके दादा के भाई शशि कपूर, शम्मी कपूर ने भी बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई. करिश्मा के पिता रणधीर कपूर और चाचा ऋषि कपूर सभी ने फिल्मों में अपनी पहचान बनाई लेकिन करिश्मा के लिए फिल्मों में कदम रखना आसान नहीं था, कपूर खानदान का रिवाज था, कि इस घर की लड़कियां फिल्मों में नहीं आएंगी. करिश्मा इस खानदान की पहली बेटी हैं जिन्होंने इस रिवाज को तोड़ते हुए अभिनय में कदम रखा और सफलता पाई.
ऐसे पड़ा करिश्मा का निक नेम ‘लोलो’
करिश्मा कपूर का निकनेम ‘लोलो’ है. करिश्मा की नानी का नाम गिना लोलोब्रिगाडा था और यही से उनका नाम ‘लोलो’ पड़ा. करिश्मा की मां बबीता ने उनका नाम ‘लोलो’ रखा था. करिश्मा अपनी बहन करीना के बहुत करीब हैं और अकसर ही दोनों साथ नजर आती हैं. अपनी बहन करीना कपूर को करिश्मा सबसे अच्छा दोस्त मानती हैं.
https://www.instagram.com/p/BiRlHY1jjS6/राजा हिंदुस्तानी से पलटी किस्मत
1996 में आई राजा हिन्दुस्तानी करिश्मा के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई, इस फिल्म से करिश्मा ने अपना मेकओवर किया. पहले यह फिल्म ऐश्वर्या राय करने वाली थीं, लेकिन बाद में करिश्मा को रिप्लेस किया गया था.
गोविंदा के साथ हिट थी जोड़ी
गोविंदा के साथ उन्होंने ‘हीरो नंबर वन’, ‘कुली नंबर वन’, ‘साजन चले ससुराल’, ‘हसीना मान जाएगी’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था. दोनों की जोड़ी इतनी सुपरहिट थी कि उन्हें चीची-लोलो( गोविंदा-करिश्मा के घर का नाम) बुलाया जाता था.
गंभीर भूमिकाओं में भी छा गईं थीं करिश्मा
करिश्मा ने ‘जुबैदा’, ‘शक्ति’, ‘फिजा’ जैसी फिल्में की और बता दिया कि वो गंभीर किरदार भी बेहद सहजता से निभा सकती हैं.
Posted By: Shaurya Punj