अलीगढ़ में करणी सेना का दावा, जमाती मस्जिदों और मदरसों में जाकर धर्मांतरण-आतंकवाद को देते हैं बढ़ावा
अलीगढ़ में करणी सेना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने मुस्लिम समुदाय की जमात और जमातियों को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए पूरे देश में होने वाली जमातियों की जमात पर सवाल खड़ा किया है.
Aligarh : यूपी के अलीगढ़ में करणी सेना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के द्वारा मुस्लिम समुदाय की जमात और जमातियों को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए पूरे देश में होने वाली जमातियों की जमात पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने जमात को लेकर कहा है कि देश के कोने कोने में होने वाली जमातियों की जमात, मदरसों और मस्जिदों में पहुंचकर सनातन के विरुद्ध धर्मांतरण व आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं.
जिसके चलते अलीगढ़ सहित देश में होने वाली जमातियों की जमातों पर खुफिया एजेंसियां कड़ी नजर बनाए रखें है. करणी सेना ने जमातों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की है. जमात को लेकर सवाल उस वक्त खड़े किए जा रहे हैं जब गाजियाबाद पुलिस के द्वारा 8 जुलाई को धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 10 वर्ष AMU के पूर्व बीडीएस छात्र सौरभ खुराना उर्फ अब्दुल्ला को धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड बताया गया था.
10 साल पहले एएमयू के बीडीएस छात्र ने किया था धर्मान्तरण
इसी के बाद भाजपा के पूर्व प्रवक्ता एवं एएमयू के पूर्व बीडीएस छात्र डॉ निशित शर्मा ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए एएमयू पर गंभीर आरोप लगाया था. डा निशीत ने कहा कि AMU के हॉस्टलों में जमाती गतिविधियां चलती हैं. जहां AMU में बाहरी देशों की जमात आती है और AMU से विभिन्न देशों में जमात जाती भी हैं.
AMU के हॉस्टलों में होने वाली इन जमाती गतिविधियों को लेकर उनके द्वारा एक प्रार्थना पत्र अलीगढ़ के एसएसपी को दिया गया था. उन्होंने कहा कि उन्हें एएमयू प्रशासन पर भरोसा नहीं है. जिसके चलते उन्होंने जिला प्रशासन से जमात गतिविधियों को लेकर कार्रवाई की मांग की है. वही, उनके द्वारा एएमयू के हॉस्टलों में होने वाली जमात गतिविधियों को लेकर एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया.
एसएसपी ने उन्हें कार्रवाई किए जाने को लेकर आश्वासन दिया और कहा जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में 8 जुलाई को धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद जांच में धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड 10 वर्ष पूर्व एएमयू से बीडीएस की पढ़ाई करने वाला हिंदू छात्र सौरभ निकला. जिसका 10 साल पहले AMU के हादी हसन हास्टल में रहते हुए धर्मांतरण कराया गया था. AMU के हॉस्टल में कराए गए धर्मांतरण के बाद उसका नाम अब्दुल्ला रखा गया था. वहीं हिंदू छात्र सौरभ आज धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड अब्दुल्लाह बन गया.
जमाती मस्जिदों और मदरसों में संदेशवाहक के रूप में जाते हैं
जिसके चलते जमातियों की जमात को लेकर करणी सेना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने जमात पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि मुस्लिम समुदाय की जो जमात चलती हैं, उसमें चाहे अलीगढ़, उत्तर प्रदेश या फिर समस्त भारत हो, इन सभी जगहों पर होने वाली जमात में जितने भी जमाती आते हैं. इनका काम सिर्फ सनातन के विरुद्ध आवाज उठाना है. वही सनातन के विरुद्ध जितनी भी क्रियाकलापे होती हैं. वह मस्जिदों या फिर मदरसों में होती हैं.
यही कारण है कि ये जमाती मस्जिदों और मदरसों में जगह जगह पर संदेशवाहक के रूप में जाते हैं और उसके बाद धर्मांतरण सहित आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं. साथ ही सनातन के विरुद्ध जो भी कार्य हो सकता है वो मस्जिदों में जाकर करते हैं. करणी सेना की मांग है कि मुस्लिम समुदाय की जमात पूरी तरह से देश में बंद होनी चाहिए. जमातियों की जमात की जांच होनी चाहिए. किस तरह के संदेश जमाती लेकर जा रहे हैं.
इस्लाम का प्रचार कर रहे हैं या फिर धर्मांतरण और लव जिहाद सहित आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. ऐसे में इन जमातियों की गतिविधियां क्या करती है. इस पर देश की खुफिया एजेंसियों को अपनी नजर बनाए रखनी चाहिए. अगर ये जमाती किसी भी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाते हैं तो इनके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
मौलाना के बयानों की निंदा
वहीं, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महानगर अध्यक्ष मोहम्मद अब्दुल कासमी के द्वारा ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली मुस्लिम औरत से शादी किए जाने के बयान पर करणी सेना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने पलटवार किया है. उन्होंने मौलाना के बयान पर कहा की मुस्लिम धर्म में औरत को ज्यादा बच्चे पैदा करने की मशीन समझा जाता है, यही फर्क उनके इस्लाम धर्म और हमारे सनातन धर्म में है. उन्होने कहा कि मुस्लिम धर्म गुरु और मौलाना यूसीसी पर सोच समझ कर बयान बाजी करें.