हिंदू धर्म में कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. कार्तिक मास की पूर्णिमा से कई पौराणिक कथाएं भी जुड़ी हुई हैं. इस दिन को त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना गया है साथ ही इस दिन काशी में विशेष देव दिवाली मनाने की भी परंपरा है. इस साल कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर दिन शुक्रवार को है. पूर्णिमा तिथि को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है. ज्योतिष के अनुसार इस कुछ खास कार्य करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती. जानें धन-समृद्धि के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का है खास महत्व
हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि पर पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व माना गया है. मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर देवता पृथ्वी पर आकर गंगा में स्नान करते हैं इसलिए इस दिन गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए. गंगा स्नान संभव न हो तो पानी में गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए. इसी दिन क्षमतानुसार अन्न, वस्त्र का दान करना शुभ होता है. पूर्णिमा तिथि पर चावल का दान करना बहुत ही शुभ माना गया है. ज्योतिष के अनुसार पूर्णिमा तिथि पर दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. घर में सुख और लक्ष्मी का वास होता है.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन जरूर करें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन का विशेष महत्व है. तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय हैं इसलिए इस दिन तुलसी पूजन से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मकता का आगमन होता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन से भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी की कृपा भी मिलती है.
देवताओं की कृपा पाने के लिए करें दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली भी होती है. इसलिए कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान करना बेहद शुभ माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी नदी या सरोवर के किनारे दीपदान अवश्य करना चाहिए. यदि नदी या सरोवर पर नहीं जा सकते हैं तो देवस्थान पर जाकर दीपदान करें. इससे देवता प्रसन्न होते हैं. घर में धन-धान्य और सुख-शांति बनी रहती है.
धन-धान्य के लिए 6 तपस्विनियों का पूजन
कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिवा, सम्भूति, प्रीति, संतति, अनुसुइया समेत क्षमा नामक छह तपस्विनी कृतिकाओं का पूजन करने का विशेष महत्व है. शाम को चंद्रमा निकलने पर इनका पूजन करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन्हें कार्तिक की माता माना गया है. इनकी पूजा करने वालों के घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती.