आज 24 अक्टूबर दिन रविवार है. आज सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर करवा माता का पूरे विधि-विधान से पूजन कर पति की दीर्घायु की कामना करेंगी. इस दिन पूजन में करवा माता की आरती और मंत्रों का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से व्रत पूर्ण होता है और करवा माता सभी मनोकामनाओं को पूरा करती है. ऐसा माना जाता करवा माता की आरती के बिना व्रत अधूरी मानी जाती है. इसलिए पूजा की आखिरी समय में करवा माता की आरती जरूर करें…
करवा चौथ की आरती
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।। ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 24 अक्टूबर सुबह 3 बजकर 1 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त- 25 अक्टूबर सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर