वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री बाबतपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर काशी की सभ्यता और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. यहां प्राचीनता और आधुनिकता दोनों का संगम होगा. एंट्री गेट से प्रवेश करते ही ऐसा लगेगा जैसे एयरपोर्ट पर नहीं गंगा घाट पर पहुंच गए हैं.
नाव की डिजाइन पर वैदिक मंत्र लिखे होंगे. बिल्डिंग में वेंटिलेशन के लिए पॉलीकार्बोनेट शीट्स और GRIHA-रेटेड हाई परफॉर्मेंस डबल ग्लेज्ड ग्लास लगाए जाएंगे. इससे यह फायदा होगा कि नेचुरल लाइट ज्यादा से ज्यादा आए और आर्टफिशियल लाइट की जरूरतों को कम किया गया है.
वाराणसी एयरपोर्ट की डिजाइन 3पी पर आधारित है. इसका मतलब पीपुल (लोग), पर्पज (उद्देश्य) और प्लेस (स्थान) है. स्टील की छत और ग्रेनाइट की फर्श बनाई जाएगी. शनिवार की देर रात एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक्सपेंशन डिजाइन जारी की.
एयरपोर्ट के विस्तार के लिए एक हजार करोड़ की लागत से 350 एकड़ जमीन अगले दो महीने में खरीदी जाएगी. नई डिजाइन के अनुसार नया इंट्रीगेटेड टर्मिनल भवन और पांच एयरोब्रिज का निर्माण कराया जाएगा. एयरपोर्ट पर खानपान, शॉपिंग और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी.
एयरपोर्ट विस्तार के लिए जिला प्रशासन ने सात गांवों को जमीन अधिग्रहण के लिए चिह्नित किया है. इन गांवों की 350 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. दूसरा टर्मिनल भवन का निर्माण प्रस्तावित है. प्रशासन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक रनवे विस्तार के लिए 109 एकड़ जमीन ली जाएगी. दूसरा टर्मिनल अन्य सुविधाओं समेत तैयार करने के लिए 181 एकड़ जमीन ली जाएगी.