काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुचेंगे. पीएम के दौरे के पहले वाराणासी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ बाबतपुर एयरपोर्ट से सीधे सड़क मार्ग से होते हुए सर्किट हाउस पहुंचे. सर्किट हाउस पहुंच कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ पीएम के दौरे को लेकर समीक्षा बैठक की.
प्रशासनिक अधिकारियों और बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्थलीय निरीक्षण किया. सर्किट हाउस से बैठक करने के बाद सीएम का काफिला बाबा काल भैरव के दरबार पहुंचा. वहां दर्शन पूजन करने के बाद सीएम काशी विश्वनाथ धाम की तैयारी का जायजा लिया और बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद पत्रकारों से काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण को लेकर बातचीत की.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर का अपना एक बहुत प्राचीन इतिहास है. लगभग 1 हजार वर्षों तक इस मंदिर ने काफी उतार चढ़ाव देखे. विदेशी आक्रांताओं के हमलों तक को झेला है. इन सबके बावजूद काशी विश्वनाथ धाम जिस बात का वास्तविक हकदार था, उसे महिष्मति महारानी अहिल्याबाई, महाराजा रणजीत सिंह ने अपने-अपने समय में इस मंदिर के नवीनीकरण में महत्वपूर्ण योगदान करके दिया था. लेकिन काशी विश्वनाथ धाम का यह अलौकिक भव्य दिव्य दर्शन प्रत्येक भारतवासी कर सके, इसका श्रेय पीएम मोदी को जाता है. हम इस अवसर पर अपने प्रधानमंत्री का हृदय से धन्यवाद करते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि बाबा विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होना हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है. मां गंगा ने आज से हजारों वर्ष पहले काशी में आकर याचना की थी कि मैं मणिकर्णिका में ही बस उलझकर न रहूं बल्कि मैं भगवान शिव का भी सानिध्य पाना चाहती हूं. उस समय ऐसा कहा जाता है कि बाबा भैरवनाथ बाबा भोलेनाथ की साधना में कोई बाधा न पैदा न हो इसका आश्वासन चाहते थे जिसकी वजह से माता गंगा को यह सानिध्य बहुत समय बाद मिला. अब जाकर मां गंगा को बाबा विश्वनाथ का सानिध्य काशी विश्वनाथ धाम के माध्यम से प्राप्त हो गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक तय समय सीमा के अंदर भव्य धाम बनकर तैयार हो गया है. काशी विश्वनाथ धाम पीएम मोदी के नेतृत्व, प्रेरणा औऱ मार्गदर्शन से ही सम्भव हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के उस परिकल्पना को साकार किया है, जो उन्होंने 1916 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में काशी की गलियों और दुर्व्यवस्था को देखकर तीखी टिप्पणी की थी. उस पर 100 वर्षों तक किसी का ध्यान नहीं जा पाया. जब पीएम मोदी 2014 में काशी आये थे, उस वक्त जो शब्द उनके मुंह से निकले थे, वह बाबा विश्वनाथ और मां गंगा निकाल रहीं थी कि मैं स्वयं नहीं आया हूं, मां गंगा ने मुझे बुलाया है और मां गंगा को बाबा विश्वनाथ का सानिध्य प्राप्त करना था. इसलिए काशी विश्वनाथ धाम बनकर तैयार हुआ.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धाम के भव्य लोकार्पण को पीएम मोदी सहित पूरे देश के साधु-संतों की उपस्थिति में किया जाएगा. पूरे काशीवासियों समेत दुनिया भर के श्रद्धालुओं को यह लोकार्पण समारोह को देखने सुनने का अवसर प्राप्त होगा.सीएम योगी ने कहा कि कभी यह काशी आनन्द कानन वन हुआ करता था. आज प्रत्येक काशी के लोग इसी आनन्द कानन की अनुभूति काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद कर रहे हैं. हम सभी पीएम मोदी का हृदय से काशी के सांसद होने के नाते स्वागत करते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि कभी यह काशी आनन्द कानन वन हुआ करता था. आज प्रत्येक काशी के लोग इसी आनन्द कानन की अनुभूति काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद कर रहे हैं. हम सभी पीएम मोदी का हृदय से काशी के सांसद होने के नाते स्वागत करते हैं.
(रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)