काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों के लिए विलेन बना मौसम, राह में जल रहे पांव, न पानी का इंतजाम न सर पे छांव

Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बढ़ती गर्मी मुसीबत बन गयी है. तपती दोपहरी में देश के कोने-कोने से आने वाले बाबा विश्वनाथ के भक्तों के पांव जलने लगे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 13, 2022 2:10 PM
an image

Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बढ़ती गर्मी मुसीबत बन गयी है. तपती दोपहरी में देश के कोने-कोने से आने वाले बाबा विश्वनाथ के भक्तों के पांव जलने लगे हैं. धाम परिसर में लगाए गए पत्थरों पर कुछ जगह पर कार्पेट जरूर बिछी है पर उसका दायरा सीमित है. साथ ही सिर पर कोई छांव न होने से बुजुर्गों और दिव्यांगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं का इन दिनों बुरा हाल है. आग की तरह तप रहे पत्थरों पर नंगे पांव चलना बेहद कष्टकारी हो गया है.

वर्तमान में जिस तरह की गर्मी पड़ रही है, उसमें गर्भगृह तक पहुंचने में दर्शनार्थियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खास तौर पर गंगा द्वार से आने वाले दर्शनार्थियों को. कहीं छाया न होने और गंगा द्वार से गर्भगृह की दूरी ज्यादा होने से मंदिर आने वालों लोगों के पांव जल रहे हैं. दर्शनार्थियों को भाग-भाग कर गर्भगृह तक पहुंचना पड़ रहा है.

Also Read: नेशनल हेराल्ड केस: लखनऊ में ED के खिलाफ कांग्रेस का जोरदार विरोध प्रदर्शन, आराधना मिश्रा हाउस अरेस्ट

700 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की लागत से बनकर तैयार हुए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर या विश्वनाथ धाम का लोकार्पण 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. मगर जून के महीने में गर्मी के टूटते सारे रिकॉर्ड्स ने काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की भी अग्निपरीक्षा लेनी शुरू कर दी थी. विशाल रूप ले चुके विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में रोजाना सैकड़ों लोग दर्शन के लिए आते हैं. आसमान से बरसते अंगारों ने श्रद्धालुओं को परेशान कर दिया है. ऐसे में धाम के गेटवे ऑफ कॉरिडोर की राह भक्तों के लिए कठिन होती जा रही हैं. दशाश्वमेध घाट से लेकर ललिता घाट तक न तो पानी का इंतजाम है न ही छांव का.

धाम की प्रवेश द्वार सीढ़ियों से 500 मीटर की दूरी तय करने के बाद ही छांव नसीब हो रही हैं. आये दिन भीषड़ गर्मी से बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं की स्थिति को देखकर मण्डलायुक्त ने औचक निरीक्षण करते हुए कैनोपी व मैट बिछाने का आदेश दिया है. हालांकि कई जगह कैनोपी लगी है पर वो नाकाफी साबित हो रही है. इसको देखते हुए काशी विश्वनाथ धाम आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. मंदिर प्रशासन श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्थाई शेड लगवाने जा रहा है. अब कैनोपी की ही तरह के स्थाई शेड लगाए जाएंगे। ये स्थाई शेड धाम में आने वाले चारों द्वार पर लगाए जाएंगे.

Exit mobile version