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Kashi Vishwanath: सूतक काल में करा दिया पीएम मोदी से काशी विश्वनाथ की पूजा? मंदिर कमेटी ने शुरू की जांच-पड़ताल

काशी विश्वनाथ धाम लोकर्पण के शास्त्रीय विधान के विपरीत पीएम मोदी की पूजा कराने में मुख्य अर्चक पंडित श्री कांत मिश्र पर लगे आरोप पर जांच शुरू हो गयी है. प्रशासन ने मुख्य कार्यपाल अधिकारी को सोमवार तक जांच पूरी कर के रिपोर्ट देने को कहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2021 10:58 AM

काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण में पीएम मोदी को सूतक में पूजा कराने और शास्त्रीय विधान के विपरीत प्रधानमंत्री का गर्भ गृह में पूजा कराने के आरोपो की जांच के लिए मंदिर प्रशासन ने अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी को जांच सौपते हुए सोमवार तक रिपोर्ट मांगी है.

काशी विश्वनाथ धाम लोकर्पण के शास्त्रीय विधान के विपरीत पीएम मोदी की पूजा कराने में मुख्य अर्चक पंडित श्री कांत मिश्र पर लगे आरोप पर जांच शुरू हो गयी है. प्रशासन ने मुख्य कार्यपाल अधिकारी को सोमवार तक जांच पूरी कर के रिपोर्ट देने को कहा है.

बता दें कि पूर्व न्यासी प्रदीप कुमार बजाज ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा था कि 5 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य अर्चक श्री कांत मिश्र के चचेरे भाई के पुत्र का रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया था. श्री कांत मिश्र के चचेरे भाई रविकांत मिश्रा मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर गांव में रहते हैं. रवि कांत मिश्रा के बेटे की मौत सड़क हादसे में 5 दिसंबर को हुई और 6 दिसंबर को पुलिस ने पोस्टमार्टम करा के बॉडी परिजनों को सोपी थी.

पत्र में आगे लिखा गया है कि अंतिम संस्कार करने के लिए 18 दिसंबर को त्रयोदशा का कार्यक्रम था. किसी के घर मे मृत्यु होने के बाद परिवार के सभी सदस्यों को सूतक लगता है. मृतक का पूरा क्रिया कर्म 13 दिनों तक किसी भी घर का कोई सदस्य पूजा पाठ और मंदिर में नही जाता है. फिर सब से बड़ा सवाल उठता है कि काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य अर्चक श्री कांत मिश्र ने कैसे इतने बड़े आयोजन की पूजा कराई ?

काशी विश्वनाथ धाम के पूर्व न्यासी प्रदीप कुमार बजाज ने पीएम मोदी, यूपी सीएम योगी और धर्मार्थ कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को पत्र लिख कर आरोप लगाया था कि मुख्य अर्चक श्री कांत मिश्र ने खुद सूतक काल मे रहते हुए काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की पूजा कराई थी. मुख्य अर्चक श्री कांत मिश्र ने सूतक की बात पीएम मोदी और अधिकारियों से छिपाई थी.

मुख्य अर्चक श्री कांत मिश्र ने सनातन परंपरा का अपमान करते हुए अनिष्ट को आमंत्रण दिया है. पूर्व न्यासी प्रदीप बजाज ने कहा कि मैं एक हिन्दू धर्म को मानने वाला और आस्थावान होने के नाते मैंने ये शिकायत की है. आप इस पूरे मामले में जांच कराके कार्रवाई कीजिए.

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रिपोर्ट : विपिन सिंह

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