कटंकी में 30 करोड़ रुपये से बना पॉलिटेक्निक कॉलेज हो रहा बर्बाद, 5 सालों बाद भी शुरू नहीं हो सकी है पढ़ाई
जामताड़ा में सरकारी कॉलेज से पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले इस इंतजार में हैं कि आखिर कॉलेज कब खुलेगा. सालों बाद भी 30 करोड़ रुपये की लागत से बने कॉलेज में पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है.
जामताड़ा जिले में वर्षों पूर्व बनकर तैयार पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन अभी भी छात्र-छात्राओं का राह देख रहा है. सरकारी कॉलेज से पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले इस इंतजार में हैं कि ये संस्थान कब खुलेंगें. शिक्षक और कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने की वजह से करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से कटंकी गांव में बना पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन अब बर्बाद होने लगे हैं. तकनीकी शिक्षा विभाग शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए पदों के सृजन की प्रक्रिया पूरा नहीं कर सका है. वहीं इन पॉलिटेक्निक कॉलेज का संचालन कैसे किया जाय यह भी विचाराधीन है. जानकारी के मुताबिक इन कॉलेजों के संचालन की जिम्मेदारी पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है. पैन आइआइटी एलुमिनी रिच फॉर झारखंड फाउंडेशन को इसके लिए चयनित किया गया था.
एआईसीटीई की मिल चुकी है मान्यता
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) की ओर से इन कॉलेजों को मान्यता प्रदान कर दी गयी है, लेकिन अब तक कॉलेजों में पठन पाठन शुरू नहीं हो सका है. इन कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पद सृजन की कार्यवाही चल रही है. कॉलेज में शिक्षक 36 व 60 कर्मचारी का पद स्वीकृत किया जाना है. बता दें कि राज्यभर में वर्ष 2017 में आठ ऐसे नये पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन बनकर तैयार है, लेकिन एक भी चालू नहीं हो सका है. भवन निर्माण का जिम्मा झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम को दिया गया था. इस कॉलेज में 300 विद्यार्थियों के नामांकन को लेकर सीट निर्धारित किया जाना है.
भवन में मतगणना का होता है कार्य
जामताड़ा के कटंकी में बने पॉलिटेक्निक कॉलेज मतगणना के समय में काम आता है. विभिन्न चुनावों के समय भवन की साफ-सफाई करायी जाती है. मतगणना चलने के समय तक खुला रहता है, बाद में फिर भवन बंद हो जाता है. वहीं कोविड काल के समय इसे कोविड अस्पताल के रूप में रखा गया था, लेकिन उपयोग नहीं किया गया था.