झारखंड के गढ़वा में KCC के लिए भटक रहे किसान, 27 हजार में बैंकों की लापरवाही से सिर्फ इतने को मिला Loan
गढ़वा जिले में 16 अगस्त तक के आंकड़े के हिसाब से 26908 आवेदन किसानों ने ऋण के लिये जमा किये है़ं प्रखंड कार्यालय की ओर से 21420 आवेदन बैंकों में भेजे गये थे, लेकिन हास्यास्पद स्थिति यह है कि 19 अगस्त तक इसमें से मात्र 344 आवेदन ही बैंकों ने स्वीकृत किये़
KCC Loan In Jharkhand, गढ़वा न्यूज (पीयूष तिवारी) : किसानों को खेती के लिये ऋण (केसीसी)उपलब्ध कराने को लेकर केंद्र सरकार से लेकर जिलास्तर के पदाधिकारियों द्वारा गंभीरता दिखाने के बावजूद गढ़वा जिले में परिणाम बेहद ही निराशाजनक है़ गढ़वा जिले में उपायुक्त द्वारा करीब-करीब प्रत्येक सप्ताह इसको लेकर बैठक व समीक्षा की जा रही है, लेकिन आवेदन जमा करनेवाले दो प्रतिशत किसानों को भी ऋण का लाभ नहीं मिला है़
किसान ऋण मिलने की आशा में कई दिनों की मेहनत व चक्कर लगाने के बाद आवेदन भरकर उसे जमा कर रहे है़ं, लेकिन बैंकों की ओर से आवेदनों के निष्पादन में सुस्ती दिखायी जा रही है़ नतीजतन धरातल पर परिणाम बेहद ही निराशाजनक है़ गढ़वा जिले में 16 अगस्त तक के आंकड़े के हिसाब से 26908 आवेदन किसानों ने ऋण लेने के लिये भरकर जमा किये है़ं प्रखंड कार्यालय की ओर से सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसमें से 21420 आवेदन बैंकों में ऋण के लिये भेजे गये थे, लेकिन हास्यास्पद स्थिति यह है कि 19 अगस्त तक इसमें से मात्र 344 आवेदन ही बैंकों ने स्वीकृत किये.
गढ़वा जिले में सबसे ज्यादा शाखा झारखंड ग्रामीण बैंक की 26 है़, जबकि एसबीआई की जिले में मेन ब्रांच सहित 15 शाखायें है़ं इन्हीं दोनो बैंकों में सबसे ज्यादा आवेदन स्वीकृति के लिये लंबित पड़े हुये है़ं पीएनबी व केंद्रीय बैंक की भी यहां पांच-पांच शाखायें है़ं इस तरह से अन्य बैंकों की शाखाओं को मिलाकर जिले में सभी बैंकों की कुल 63 शाखायें है़ं इसमें से 60 बैंकों को केसीसी करने का निर्देश प्राप्त हुआ है़ केसीसी को लेकर जिला प्रशासन व सरकार कितनी गंभीरता दिखा रही है इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि बैंकों की ओर से शाखाओं में कर्मी की कमी बताये जाने पर जिला प्रशासन की ओर से दो-दो सरकारी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति इन बैंकों में की गयी है़ जो केसीसी के फार्म आदि पंचायतवार छांटने, फार्म को दुरूस्त करने आदि के काम में कर्मियों का सहयोग कर रहे हैं. इसके बावजूद बैंकों का प्रदर्शन निराशाजनक है.
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इस वजह से केसीसी को लेकर किसानों में विरोध के स्वर देखने को मिल रहे है़ं सबसे ज्यादा आवेदन मेराल प्रखंड के किसानों ने 3174 जमा किये है़ं इसके बाद गढ़वा प्रखंड से 2539, रंका से 2014, डंडई से 1828 आवेदन जमा किये गये है़ं सबसे कम आवेदन विशुनपुरा प्रखंड के किसानों ने (652) जमा किये है़ं अभी भी बड़ी संख्या में किसान प्रतिदिन केसीसी का आवेदन भरकर जमा कर रहे है़ं इससे लंबित आवेदनों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है़
प्रगतिशील किसान रामजी विश्वकर्मा ने बताया कि वे कई बार बैंक का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि बैंक सरकार के हिसाब से नहीं, बल्कि अपने तरीके से ही चुनिंदा लोगों को ऋण दे रही है.
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इस संबंध में अग्रणी बैंक प्रबंधक (एलडीएम) इंदूभूषण लाल ने स्वीकार किया कि केसीसी स्वीकृत करने की गति संतोषजनक नहीं है, लेकिन इसके कई कारण है़ं उन्होंने बताया कि दो-दो लोग जिला प्रशासन की ओर से बैंकों को उपलब्ध कराये गये हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में आवेदन बैंकों को प्राप्त हुये है़ं इसके निष्पादन में थोड़ी देर तो लगेगी ही.
Posted By : Guru Swarup Mishra