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पंजाब में केजरीवाल की ‘झाड़ू’ ने धुरंधरों को चटाई धूल, भगत सिंह के खटकड़ कलां गांव में शपथ लेंगे मान

पंजाब में आप ने जहां राज्य में तीन चौथाई सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं कांग्रेस को 18, शिअद को 3, भाजपा को दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 1 सीट से संतोष करना पड़ा है.

चंडीगढ़ : पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के झाड़ू ने सूबे के कई सियासी धुरंधरों को धूल चटा दी है. इस बार के चुनाव में गुरुवार को हुई मतगणना में राज्य विधानसभा की 117 में से 92 सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस तथा शिरोमणि अकाली दल-बसपा गठबंधन को काफी पीछे छोड़ दिया. इस चुनाव में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के कद्दावर नेता प्रकाश सिंह बादल, उनके पुत्र सुखबीर सिंह बादल और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह जैसे बड़े नेता को शिकस्त का सामना करना पड़ा. कमेडियन से सीएम बनने जा रहे भगवंत सिंह मान भगत सिंह के खटकड़ कलां में शपथ लेंगे.

केजरीवाल ने पार्टी के प्रदर्शन बताया क्रांति

पंजाब में आप ने जहां राज्य में तीन चौथाई सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं कांग्रेस को 18, शिअद को 3, भाजपा को दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 1 सीट से संतोष करना पड़ा है. एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी चुनाव जीता है. आप अब दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार के बाद देश के एक और राज्य में सरकार बनाएगी. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में पार्टी के प्रदर्शन को क्रांति. करार दिया है. वहीं, उनकी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि आप आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के विकल्प के रूप में उभरेगी.

चन्नी ने गंवाई दोनों सीट

बताते चलें कि कांग्रेस ने 1992 के विधानसभा चुनाव में 87 सीटें जीती थीं, जो 1966 में पंजाब के पुनर्गठन के बाद सबसे अधिक सीटें थीं. इस बार के चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब और भदौर दोनों ही विधानसभा सीटों से पराजित हो गए. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्रियों में प्रकाश सिंह बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा. अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल भी हार गए. कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और पंजाब सरकार के कई मंत्रियों को शिकस्त का सामना करना पड़ा.

94 साल की उम्र में हारे प्रकाश सिंह बादल

पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (94) सबसे उम्रदराज उम्मीदवार हैं, जो मुक्तसर जिले की अपनी पारंपरिक लांबी सीट से आप के गुरमीत सिंह खुड़ियां से 11,396 मतों के अंतर से हार गए. राज्य में चुनाव जीतने वाले प्रमुख चेहरों में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान धूरी से, विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा दिरबा से, पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी कुमार शर्मा पठानकोट से, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा कादियां से और मंत्री राणा गुरजीत सिंह कपूरथला से हैं.

2017 में 77 सीट जीती थी कांग्रेस

पंजाब में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ 10 साल से सत्तासीन अकाली दल-भाजपा गठबंधन की सरकार को सत्ता से बेदखल किया था. उस चुनाव में आप को 20 सीटें मिली थीं, वहीं अकाली दल-भाजपा के खाते में 8 सीटें आई थीं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि पंजाब की जनता को इस क्रांति के लिए बहुत बधाई. उन्होंने भगवंत मान के साथ अपनी एक तस्वीर भी साझा की.

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भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां में शपथ लेंगे मान

आम आदमी पार्टी के सीएम कंडीडेट भगवंत सिंह मान ने धूरी में कांग्रेस उम्मीदवार दलवीर सिंह गोल्डी को 58,206 मतों के अंतर से हराया. मान ने धूरी में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं, बल्कि खटकड़ कलां में होगा. तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी. उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यालय में मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगेगी. इसके बजाय भगत सिंह और डॉ बीआर आंबेडकर की तस्वीरें लगाई जाएंगी. उन्होंने लोगों से एकजुट होकर काम करने की अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों ने ‘आप’ को वोट नहीं दिया, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगी.

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