ओडिशा के क्योंझर जिले में मेडिकल जांच के लिए गैंगरेप पीड़िता को 12 घंटों तक इंतजार करना पड़ा. सामूहिक बलात्कार पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसे चिकित्सकीय जांच के लिए 12 घंटे तक पुलिस वैन में बैठना पड़ा. यह घटना गुरुवार को सोसो थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किये जाने के बाद जिले के आनंदपुर अनुमंडल में हुई.
महिला को गुरुवार सुबह एक पुलिस वैन से आनंदपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी चिकित्सकीय जांच करने से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि अपराध की घटना सलानिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) क्षेत्र के अंतर्गत हुई थी. इसके बाद पुलिस कर्मी महिला को सलानिया सीएचसी ले गये. सलानिया सीएचसी में चिकित्सकीय जांच के लिए कोई महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण पीड़िता को पुलिस वैन में बैठा दिया गया. पुलिस महिला को पुन: आनंदपुर अस्पताल लेकर आयी, जहां रात साढ़े नौ बजे जांच हुई.
परिजन का आरोप: सुबह ले गयी पुलिस, रात में जांच
महिला के परिजन ने आरोप लगाया है कि पुलिस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को आनंदपुर अनुमंडल अस्पताल से 40 किलोमीटर दूर सोसो थाने गुरुवार सुबह नौ बजे ले गयी थी, लेकिन डॉक्टर ने आखिरकार रात साढ़े नौ बजे उसकी जांच की.
क्या कहते हैं जिम्मेदार: नहीं थी कोई महिला डॉक्टर
सोसो थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सेठी ने कहा कि चिकित्सकों ने हमें आनंदपुर के सरकारी अस्पताल में भेज दिया, क्योंकि वहां कोई महिला डॉक्टर नहीं थी. हम अपरिहार्य समस्याओं से भी गुजरते हैं. ऐसा नहीं है कि हमने जानबूझकर चिकित्सकीय जांच में देरी की. इस संबंध में संपर्क किये जाने पर क्योंझर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) किशोर चंद्र प्रुस्टी के कार्यालय ने कहा कि वह छुट्टी पर हैं. स्वास्थ्य विभाग के अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
रिश्तेदार के घर से लौटते वक्त गैंगरेप
महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना 18 जनवरी (बुधवार) को उस समय हुई जब पीड़िता अपने रिश्तेदार के घर से अपने रिश्ते के भाई के साथ घर लौट रही थी. आरोप है कि तीन युवकों ने पहले महिला के भाई के साथ मारपीट की. इसके बाद महिला को जबरन उठा ले गये. महिला ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि बदमाशों ने गोहिराबाई इलाके में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया.