केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ केरल में FIR दर्ज, धार्मिक नफरत फैलाने का लगा है आरोप
Kerala Police files FIR against Union minister Union MoS Rajeev Chandrasekhar - केरल पुलिस ने कोच्चि विस्फोट और हाल में राज्य के मलप्पुरम जिले में एक इस्लामिक समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हमास नेता के एक वर्चुअल संबोधन के संबंध में सोशल मीडिया पर मंत्री के बयानों को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है.
कोच्चि (केरल) : विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ाने वाले बयान देने के आरोप में केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
केरल पुलिस ने कोच्चि विस्फोट और हाल में राज्य के मलप्पुरम जिले में एक इस्लामिक समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हमास नेता के एक वर्चुअल संबोधन के संबंध में सोशल मीडिया पर मंत्री के बयानों को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है.
कोच्चि शहर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंत्री के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, आवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) (उपद्रव करना और सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन करना) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
रविवार को कोच्चि के समीप कलमश्शेरी में ‘यहोवा के साक्षी’ संप्रदाय की धार्मिक सभा में बम विस्फोट की खबरों के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कुछ पोस्ट किये थे.
उन्होंने कहा था, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे एक बदनाम मुख्यमंत्री (और राज्य के गृह मंत्री) पिनराई विजयन की गंदी बेशर्म तुष्टीकरण की राजनीति. दिल्ली में बैठकर इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि केरल में आतंकवादी हमास द्वारा जिहाद के खुले आह्वान के कारण निर्दोष ईसाइयों पर हमले और बम विस्फोट हो रहे हैं.
इसके बाद मुख्यमंत्री और चंद्रशेखर के बीच सोमवार को जुबानी जंग हुई. भारतीय जनता पार्टी के नेता ने विजयन को झूठा बताया और इस पर पलटवार करते हुए विजयन ने केंद्रीय राज्यमंत्री को बेहद जहरीला करार दिया.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर कोई कानून का उल्लंघन करने वाले बयान देता है, भले ही वह केंद्रीय या राज्य मंत्री ही क्यों न हो, तो उसके खिलाफ मामले दर्ज किये जाएंगे.
केरल में कोच्चि के समीप कलमश्शेरि में ईसाई समुदाय ‘यहोवा के साक्षी’ के एक सम्मेलन केंद्र में रविवार को सुबह धमाके हुए थे. इस ईसाई धार्मिक समूह की स्थापना 19वीं सदी में अमेरिका में की गयी थी.
घटना के कुछ घंटों बाद ‘यहोवा के साक्षी’ संप्रदाय का असंतुष्ट सदस्य होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने त्रिशूर जिले की पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करते हुए इन धमाकों की जिम्मेदारी ली.
शुरुआत में विस्फोटों में एक महिला की मौत हुई और 60 अन्य घायल हुए थे जिनमें से छह की हालत गंभीर थी. इसके बाद गंभीर रूप से घायलों में से 53 वर्षीय महिला की मौत हो गई. सोमवार को सुबह, हादसे में 95 फीसदी तक झुलसी 12 वर्षीय लड़की की भी मौत हो गयी.