Jharkhand news: जल्द चालू होगा राजनगर का खादी पार्क, महिलाओं को मिलेगा स्वरोजगार, जानें क्या होगी खासियत
jharkhand news: सरायकेला के राजनगर में जिले का दूसरा खादी पार्क बनने वाला है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. इसको देखते हुए खादी बोर्ड के सीइओ सह उद्योग विभाग के उप सचिव राखाल चंद्र बेसरा ने खादी पार्क का जायजा लिया.
Jharkhand news: सरायकेला-खरसावां जिला के राजनगर प्रखंड में जिला का दूसरा खादी पार्क जल्द ही खुलेगा. राजनगर में करीब पांच वर्ष पूर्व बने खादी पार्क को नये साल में चालू करने की प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरू हो गयी है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि एक माह के भीतर इसे चालू कर दिया जायेगा. इसको लेकर झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सीइओ राखाल चंद्र बेसरा ने पिछले दिनों राजनगर पहुंच कर खादी पार्क का जायजा लिया.
खादी पार्क में साफ-सफाई का कार्य शुरू
उद्योग विभाग के उप सचिव सह खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सीइओ राखाल चंद्र बेसरा ने राजनगर पहुंचकर खादी पार्क का जायजा लेते हुए पूरे पार्क परिसर में भ्रमण कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये. खादी पार्क की साफ-सफाई कराने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही राजनगर का खादी पार्क चालू कर दिया जायेगा. मालूम हो कि वर्तमान में खरसावां के आमदा में भी एक खादी पार्क संचालित हो रही है.
शुरुआती दौर में महिलाओं को मिलेगा स्वरोजगार
राजनगर के खादी पार्क के बनने से शुरुआती दौर में महिलाओं को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. तसर कोसा से रीलिंग-स्पीनिंग का कार्य करनेवाली महिलाओं को हर दिन ढ़ाई से तीन सौ रुपये तक का रोजगार मिलेगा. यहां तक कि महिलाएं अपने घर में भी कार्य कर सकेंगी. पार्क में तसर सुत कताई-बुनाई के साथ-साथ आस-पास के गांवों को ग्रामोद्योग से भी जोड़ने की योजना है. पार्क परिसर में कपड़ों के उत्पादन, प्रशिक्षण एवं प्रदर्शनी के लिए भी व्यवस्था की गयी है.
सुत कताई पर रहेगा फोकस
खादी पार्क में शुरुआती दौर में सुत कताई पर पूरा जोर रहेगा. पार्क में खादी एवं सिल्क कपड़ों का एक इंपोरियम भी बनाया जायेगा. इसमें कपड़ों की प्रदर्शनी के साथ-साथ बिक्री की भी व्यवस्था होगी. यहां तसर कोसा से सुत कताई से लेकर कपड़ों की बुनाई तक का कार्य भी होगा.
राजनगर के पांचों प्रशिक्षण केंद्र शुरू
राजनगर के हेंसल, सिजुलता, कुनाबेड़ा, मतकमबेड़ा एवं महुलडीह गांव में 5 उत्पादन केंद्र खोला गया है. इसमें से मतकमबेड़ा को छोड़कर अन्य चार केंद्रों को चालू कर सुत कताई का कार्य शुरू कर दिया गया है. इन उत्पादन केंद्रों के जरिये गांव की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार में भी जोड़ा जा रहा है.
रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला-खरसावां.