Kharsawan News: झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले (Seraikela-Kharsawan District) के खरसावां में अक्षय तृतीया के दिन किसानों ने खेतों में हल चलाकर व बीज डालकर कृषि कार्य की शुरुआत की. इससे पूर्व किसानों ने अच्छी बारिश के लिए इंद्रदेव की पूजा भी की. मान्यता है कि अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन कृषि कार्य शुरू करने पर खेती अच्छी होती है. फसल का नुकसान नहीं होता.
तेज धूप के बावजूद किसानों ने खेतों में चलाये हल
यही वजह है कि खरसावां में रविवार को तेज धूप के बावजूद लोगों ने खेतों में बीज डाल कर कृषि कार्य की शुरुआत की. इस दिन किये गये कार्यों का अक्षय पुण्य फल मिलता है. अक्षय तृतीया के दिन हल्की बारिश भी हुई, जिसे कृषि कार्य के लिए शुभ माना जा रहा है.
अक्षय तृतीया पर गहनों की खूब हुई खरीदारी
सरायकेला-खरसावां जिले में अक्षय तृतीया पर लोगों ने जमकर खरीदारी भी की. सोने-चांदी के दाम में आयी कमी का भी असर बाजार में देखा गया. काफी संख्या में लोगों ने सोने-चांदी की खरीदारी की. ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदी गयी वस्तु स्थायी समृद्धि प्रदान करता है.
अक्षय तृतीया पर सोना, चांदी समेत धातु से बने सामान खरीदने की परंपरा
अक्षय तृतीया पर सोना, चांदी समेत धातु से बने सामान खरीदने की परंपरा है. सोना-चांदी के गहनों के साथ साथ सिक्का, स्टील, पीतल व कांस्य के बर्तनों की बिक्री हुई. अक्षय तृतीय पर सोना चांदी के साथ घरों में बर्तन समेत अन्य सामान लाने की वर्षों पुराना परंपरा है. मान्यता है कि इस दिन जो भी काम किया जाता है, वह अक्षय रहता है. उसमें कमी नहीं होती है.