khelo India Games: झारखंड की 2 बेटियों ने राज्य की झोली में डाला गोल्ड, एक ने बनाया राष्ट्रीय रिकॉर्ड
पंचकूला में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गुरुवार का दिन झारखंड के लिए शानदार रहा. राज्य की बेटियों ने एथलेटिक्स में दो स्वर्ण पदक जीते और एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया.
रांची : झारखंड के लिए गुरुवार का दिन बेहद शानदार रहा, पंचकूला चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में राज्य की दो बेटियों ने स्वर्ण पदक जीते. जिसमें गुमला की ही रहने वाली सुप्रीति कच्छप ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. दिन के पहले इवेंट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई कर चुकी गुमला की सुप्रीति कच्छप ने 3000 मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड (9:46:14 मिनट) बनाते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया.
सुप्रीति ने 2017 में सीमा द्वारा मंगलागिरी में बनाये गये यूथ रिकॉर्ड (9:50:54 मिनट) को तोड़ा. गुमला की ही आशा किरण बारला ने 800 मीटर में झारखंड को स्वर्ण पदक दिलाया. गेम्स में झारखंड की नौ सदस्यीय एथलेटिक्स टीम के एथलीटों ने दो नये राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ कुल तीन स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य सहित छह पदक जीते. झारखंड टीम 37 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रही. टीम के कोच योगेश यादव हैं. टीम को खेल निदेशक जीशान कमर, झारखंड एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक, कोच प्रभात रंजन तिवारी, आशु भाटिया सहित अन्य ने बधाई दी है.
एक ही जिले से हैं दोनो स्वर्ण पदक खिलाड़ी
राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाली सुप्रीति कच्छप और आशा किरण बारला दोनों ही गुमला की रहनेवाली है. दोनों एथलीटों की कहानी मिलती जुलती है. सुप्रीति और आशा दोनों के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं.
सुप्रीति की मां गुमला में ही चतुर्थवर्गीय कर्मचारी है और आशा किरण बारला की मां खेतों में मजदूरी करके गुजारा चलाती है. आशा किरण बारला ने इससे पहले विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था और फेडरेशन कप नेशनल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था. सुप्रीति कच्छप ने झारखंड से बाहर जाकर भोपाल में जाकर प्रशिक्षण लिया और खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है. साथ ही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया है.
Posted BY: Sameer Oraon