Kisan Andolan: किसानों के समर्थन में इस भाजपा नेता ने छोड़ी पार्टी, गाड़ी से झंडा नोचकर फेंका

फतेहाबाद : केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं. किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं और सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आंदोलन को खत्म कराने और आम सहमती बनाने के लिए सरकार और किसान नेताओं के बीच कई स्तर की वार्ताओं का आयोजन किया गया, लेकिन बात नहीं बनी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2021 2:58 PM
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फतेहाबाद : केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं. किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं और सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आंदोलन को खत्म कराने और आम सहमती बनाने के लिए सरकार और किसान नेताओं के बीच कई स्तर की वार्ताओं का आयोजन किया गया, लेकिन बात नहीं बनी.

अब हरियाणा से एक खबर आ रही है कि भाजपा के एक पूर्व विधायक ने किसानों के समर्थन में भाजपा छोड़ दी है. खबर के मुताबिक फतेहाबाद जिले के गांव दौलतपुर में रविवार को एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया गया. इस मौके पर फतेहाबाद से भाजपा के पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता बलवान सिंह दौलतपुरिया ने पार्टी छोड़ने का एलान किया.

पार्टी छोड़ने का एलान करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि आज किसानों को बचाने का समय है. किसानों को बचाने के लिए मैं भाजपा से त्यागपत्र देता हूं. अब मैं किसानों के साथ उनके आंदोलन को मजबूत करूंगा. पार्टी छोड़ने का ऐलान करते हुए उन्होंने अपनी गाड़ी पर लगे भाजपा के झंडे को उखाड़कर फेंक दिया. इतना ही नहीं उनके समर्थकों ने भाजपा के झंडे को पैरों तले रौंद दिया.

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भाजपा नेता ने एलान किया कि वह अब किसानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए हर घर से एक शख्स निकालेंगे और उन्हें लेकर एक बड़ी रैली के रूप में दिल्ली कूच करेंगे. दौलतपुरिया के पार्टी छोड़ने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है. प्रदेश भाजपा पूर्व विधायक के इस कदम से सकते में है. दौलतपुरिया ने यह भी दावा किया है कि उनके साथ भाजपा के कई नेता भी पार्टी छोड़ेंगे.

दौलतपुरिया ने कहा कि भाजपा के कई बड़े चेहरे किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं और पार्टी को जल्द ही अलविदा कहेंगे. दौलतपुरिया से जब पार्टी छोड़ने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं भी एक किसान का बेटा हूं. किसानों का दर्द अब देखा नहीं जा रहा है. भाजपा सरकार को किसानों की बात मान लेने चाहिए. पार्टी के रवैये से दुखी होकर पार्टी छोड़ रहा हूं.

Posted By: Amlesh Nandan.

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