झारखंड के खरसावां में 1 जनवरी को होगा किसान समागम, कृषि मेले में लगेंगे 100 से अधिक स्टॉल
किसान समागम में झारखंड के विभिन्न जिलों में कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्रों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई है. विकसित भारत को ध्यान में रखते हुए किसानों के विकास एवं उत्थान के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही लाभकारी योजनाओं की जानकारी मेले में उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की गई है.
खरसावां: झारखंड के खरसावां में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 1 जनवरी 2024 को किसान समागम (कृषि मेला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम) का आयोजन किया जा रहा है. झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की अध्यक्षता और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा के मुख्य आतिथ्य में इसका शुभारंभ होगा. मेले में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों से जुड़े सरकारी विभागों, निजी संस्थानों, स्टार्टअप आदि द्वारा 100 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे. ये किसानों के साथ ही खेती-किसानी क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायी होंगे.
खरसावां के गोंडपुर मैदान में किसान समागम
खेती-किसानी से जुड़े क्षेत्रों को और अधिक उन्नत व लाभप्रद बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की मंशा रही है. इसी क्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की संस्थाओं, राष्ट्रीय बीज निगम, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, इफको, राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, अटारी (पटना) व राज्य सरकार की विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर झारखंड के खरसावां के गोंडपुर मैदान में यह वृहद आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्देश्य कृषि प्रक्रिया व उत्पादों के विभिन्न आयामों, नवीनतम कृषि-मशीनरी, कृषि-इनपुट और किसान अनुकूल प्रथाओं के अन्य पहलुओं को प्रदर्शित करना है. साथ ही मेला कृषि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों, विस्तारकर्मियों, नीति-निर्माताओं व कृषि अधिकारियों को अपना अनुभव किसान भाइयों-बहनों के साथ साझा करने का मंच है.
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कृषि विज्ञान केंद्रों की भी रहेगी भागीदारी
मेले में झारखंड के विभिन्न जिलों में कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्रों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई है. मेले में राज्य के हजारों किसान भाग लेंगे और जनप्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहेंगे. विकसित भारत को ध्यान में रखते हुए किसानों के विकास एवं उत्थान के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही लाभकारी योजनाओं की जानकारी मेले में उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की गई है. मेले के दौरान किसानों को प्राकृतिक खेती, ड्रोन का कृषि में उपयोग तथा कृषि को उद्यम के रूप में विकसित करने सहित अन्य संबंध में जानकारी भी दी जाएगी.