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किसान महापंचायत में बोले केजरीवाल- किसान आंदोलन का समर्थन करने पर मिली सजा.
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केंद्र सरकार ने कानून बनाकर चुनी हुई सरकार की शक्तियां छीन ली.
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बीजेपी और कांग्रेस के पास ताकत तो है लेकिन कुछ करने की नियत नहीं है.
जींद : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में आयोजित किसान महापंचायत (Kishan Mahapanchayat) में किसानों से अंत तक लड़ने का आह्वान किया. केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि किसान आंदोलन में जान देने वाले शहीद किसानों को पूरे देश की ओर से नमन करता हूं. उन शहीद किसानों की शहादत तभी सार्थक होगी, जब आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाया जाए. अब तक इस आंदोलन में हमारे 300 किसान भाई शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा कि जो आदमी किसान आंदोलन के खिलाफ है वह देश का गद्दार है. इस आंदोलन का समर्थक ही देशभक्त है.
केजरीवाल ने मंच के नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा से किसानों के आंदालन को कुचलना चाहती थी. शुरुआत में तो किसानों को दिल्ली आने से ही रोक दिया गया. उसके बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली के 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की हमारी सरकार से मांग की. लेकिन मैं नहीं माना. मैंने फाइल वापस भेज दिया.
केजरीवाल ने कहा कि स्टेडियमों को जेल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने हम पर काफी दबाव बनाया. लेकिन मैंने कह दिया कि किसानों का आंदोलन सही है, मैं स्टेडियमों को जेल नहीं बनाने दूंगा. केंद्र ने हमारी सरकार की ताकत खत्म करने की धमकी भी दी लेकिन मैं नहीं डरा. केजरीवाल ने कहा कि मैं और मेरी पार्टी शुरू से ही किसानों के साथ है. दिल्ली के बाहर बैठे किसानों से कई बार मिला.
केजरीवाल ने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत को रोते देखा तो मैं व्याकुल हो गया और अपने मंत्री को उनसे तुरंत बात करने को कहा. जब मैंने राकेश टिकैत से बात ही तो उन्होंने कहा कि यूपी की योगी सरकार ने हमारा बिजली पानी बंद कर दिया है. तब हमने दिल्ली से जेनरेटर और पानी, टायलेट की व्यवस्था करायी. किसान आंदोलन का समर्थन करने का हमें बड़ा खामियाजा भुगतन पड़ा है.
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने बदला लेने के लिए हमारी शक्तियों को खत्म करने का कानून संसद में पास करा लिया. इस कानून में चुनी हुई सरकार को उतनी शक्तियां नहीं रह जायेंगे, जितना उपराज्यपाल की शक्तियां होगी. बीजेपी वाले संसद में खुलेआम बोल रहे थे कि केजरीवाल ने किसानों का समर्थन किया इसलिए यह सजा दी जा रही है. लेकिन मैंने भी कह दिया कि इस किसान आंदोलन के लिए अगर मेरी जान भी चली जाए तो कोई गम नहीं.
Posted By: Amlesh Nandan.