अभिनेत्री पलक तिवारी रुपहले पर्दे पर अपनी शुरुआत सलमान खान की फिल्म किसी का भाई किसी की जान से करने जा रही हैं. वह सलमान खान को अपना मेंटर करार देते हुए कहती हैं कि यह सब एक सपने के सच होने जैसा है. उनकी इस फिल्म, मां श्वेता तिवारी सहित निजी जिंदगी पर हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
आपकी मां श्वेता तिवारी अभिनेत्री हैं, इसलिए आपको क्या हमेशा से एक्ट्रेस बनना था?
सच कहूं तो मुझे पता भी नहीं था कि मेरी मां अभिनेत्री है, जब मैंने एक्ट्रेस बनने का तय कर लिया था, क्योंकि मेरी मम्मी कसौटी जिंदगी की करती थी. उस वक़्त मैं छह सात साल की थी. उस वक़्त 9xm पर बहुत सारे म्यूजिक वीडियोज आते थे और मैं वो सब देखती थी. हीरो-हीरोइन पहाड़ों में रोमांस कर रहे हैं. कभी डांस कर रहे हैं. मैंने उसी वक़्त तय कर लिया था कि मुझे यही करना है. मुझे बाद में मालूम पड़ा कि मेरी मम्मी भी अभिनेत्री है.वैसे मैं बताना चाहूंगी कि शुरुआत में मेरी मम्मी नहीं चाहती थी कि मैं एक्टिंग करुं. वह कहती कि मैं एक्टिंग कर रही हूं, इसलिए एक्टिंग मत कर. वह चाहती थी कि मैं कुछ अलग करुं. वह मुझे खूब पढ़ाना चाहती थी, लेकिन जब उन्होने अभिनय के प्रति मेरे प्यार को देखा, तो वह आखिरकार राजी हो गयी.
आपने एक्टिंग का कोई प्रशिक्षण लिया है?
मुझे लगता है कि एक्टिंग कभी सीखायी नहीं जा सकती है. अगर आपको आती है, तो आपको आती है. एक्टिंग स्कूल आपको रिफाइन कर सकते हैं, लेकिन आपको सीखा नहीं सकते हैं, जो आपके पास नहीं है. वो आपके पास नहीं है, तो मैंने हमेशा कोशिश की है कि मैं अपने क्राफ्ट को और पॉलिश करने की कोशिश करुं. अपने सीन मम्मी को दिखाकर हमेशा उससे बेहतर करने की कोशिश की है. एक्टिंग रिएक्शन का नाम है, तो उसपर एक दो साल तक मैंने काम किया.
मम्मी की शूटिंग सेट्स पर आप कितना जाती थी?
मुझे तो लगता है कि मैं मम्मी के शूटिंग सेट्स पर ही बड़ी हुई हूं. रेयांश को जाना पसंद नहीं है अगर बड़े होकर वो कोई इंटरव्यू में बोले कि मैं सेट पर बड़ा हुआ हूं, तो वह झूठा और मक्कार है. वो सेट पर नहीं जाता है, क्योंकि उसको एलर्जी हो जाती है. मैं सेट पर बहुत सहज रहती थी. मैं ड्रेस दादा के साथ खेलती थी. मैं असिस्टेंट डायरेक्टर्स के साथ क्लैप करती थी. मुझे बचपन से बहुत ज्यादा मजा आता था. मुझे कैमरे में होना इतना पसंद होता था कि कभी-कभी कसौटी में अगर बैकग्राउंड में बच्चों के खेलने का सीन होता था, तो मैं उसमें खुशी-खुशी शामिल हो जाती थी.मैं कसौटी के कई बैकग्राउंड सीन में हूं. आठ साल की पलक को पता होता था कि मैं इसी काम के लिए बनी हूं.
आपकी मां की निजी जिंदगी काफी उथल -पुथल से भरी रही है, क्या उसने आपके बचपन को प्रभावित किया था?
मेरे बचपन की जहां तक बात है, तो मेरी मम्मी ने हमेशा कोशिश की है कि उनके पास जो भी रिसोर्सेज उनके बचपन में थे. उसका मेरे पास ट्रिपल रहें. उन्होने मुझे बहुत आरामदायक जिंदगी दी है. मेरे भाई को उससे भी ज्यादा आरामदायक ज़िन्दगी मिल रही है. एक पेरेंट का यही गोल होता है और उन्होने बहुत ज्यादा बखूबी उस रोल को निभाया है. मुझे अपनी मम्मी की बेटी होने पर बहुत लकी महसूस होता है, क्योंकि मेरी मम्मी को सब बहुत प्यार करते हैं.उनसे सब बहुत प्यार करते हैं, इसलिए थोड़ा सबका प्यार मुझे पर भी छलक आता है, तो मुझे उस प्यार का प्रेशर महसूस होता है कि मैं सबकी उम्मीदों पर खरी उतरी. हमेशा सबसे बेस्ट रहूं. अच्छी इंसान रहूं. मैं यह कभी नहीं सुनना पसंद करूंगी कि इतनी अच्छी श्वेता की बेटी कैसी है.
क्या मम्मी श्वेता आपको टिप्स देती हैं कि आपको इंडस्ट्री में खुद को कैसे प्रस्तुत करना है?
हर मम्मी की तरह उनको भी लगता है कि मैं उनसे हर चीज में अच्छी हूं, लेकिन मुझे पता है कि मेरी मॉम बेस्ट हैं. मैं ही क्या दुनिया में कोई भी मेरी मम्मी की तरह नहीं हो सकता है. मैं कोशिश करती हूं कि मैं उनकी तरह बनूं. मैंने आज तक जो भी सीखा है, उनसे सीखा है.निश्चिततौर पर उनकी कुछ खूबियां तो मुझमे है, लेकिन मैं और उनसे खूबियां हर दिन लेना चाहूंगी.
आपकी मम्मी और आपकी खूबसूरती की तुलना सोशल मीडिया पर अक्सर होती है, आपका क्या रिएक्शन इस पर होता है?
कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. वो जीत रही हैं. मेरी औकात उनसे प्रतिस्पर्धा करने की नहीं है.मेरी मम्मी बहुत खूबसूरत है. मैं खुद उन्हें दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत मानती हूं.ऐसे में कोई अगर मुझे ये बात बोलता है, तो मुझे बहुत प्यारा लगता है ना कि मैं खुद को कमतर महसूस करने लगती हूं.
सोशल मीडिया के प्रेशर को किस तरह से डील करती हैं, खासकर अपनी निजी ज़िन्दगी को लेकर जो बातें होती रहती हैं?
लोगों की लाइफ में बहुत ज्यादा असली परेशानी होती है. मुझे नहीं लगता कि मेरी लाइफ में ये सब कोई परेशानी है. मैं तो खुद को लकी मानती हूं कि लोगों को लगता है कि मेरी लिए सबसे बड़ी परेशानी ये है कि मैं इस इंसान को डेट कर रही हूं. मैं यहां पर गन्दी दिख रही हूं. मेरा ये कपड़ा अच्छा नहीं है. मैं ये सब खुशी-खुशी संभाल लूंगी, क्योंकि यह सब एक्टिंग के साथ जुड़ा हुआ है और एक्टिंग करना मुझे सबसे ज्यादा पसंद है, तो थोड़ी-बहुत इस तरह की नेगेटिविटी से मुझे फर्क नहीं पड़ता है.
इब्राहिम खान संग लिंकअप पर क्या कहेंगी?
अभी झूठ है, तो क्या बोलूं मैं. लोग बोलते रहेंगे.
कहते हैं कि जब लोग आपकी निजी ज़िन्दगी के बारे में बातें करें मतलब आप फेमस है, आप खुद को फेमस मानती हैं?
मुझे बहुत सालों तक नहीं लगेगा कि मैं फेमस हूं, जब तक मेरी मां नहीं बोल देती हैं. मेरी मां वो बोलने वाली नहीं है. कोई उनके सामने मुझे सुन्दर भी बोलता है, तो वह कह देती हैं कि बकवास मत करो. उसके सर पर चढ़ जाएगा.
फिल्म के ट्रेलर को देखकर आपकी मां का क्या रिएक्शन है?
मम्मी ने अभी तक कोई रिएक्शन नहीं दिया है. उनका कहना है कि फिल्म देखकर बात करेंगे. हां पापा बहुत खुश हैं. सलमान खान सर के साथ मैं फिल्म कर रही हूं, यह उनके लिए बहुत खुशी की बात है. वह सलमान सर के फैन हैं.
सलमान खान के साथ शूटिंग के पहले दिन कितनी नर्वस थी?
सलमान खान बहुत ज्यादा हेल्पफुल हैं. उनकी पहली फिल्म बीवी हो तो ऐसी में वह कितने सारे सीनियर एक्टर्स के साथ थे, उन्हें पता था कि क्या फीलिंग होती है.वो अपने किस्से हमको बताते रहते थे. वो हमेशा कहते थे कि नर्वस मत हो, अगर कोई लाइन भूल भी जाता था, तो वह बोलते कोई नहीं एक और टेक लेते हैं. उनको ये भी पता होता था कि उनके ऑरा का सामने वालों पर कितना असर होता है, इसलिए वह सभी को सहज करवाते रहते हैं.
इस फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के वक़्त सलमान ने बताया था कि शुरुआत में आप इस फिल्म को नहीं करना चाहती थी?
मैं पूरी तरह से आश्वासत इसलिए नहीं थी कि मुझे पता नहीं था कि इस फिल्म में मैं क्या योगदान दे पाऊंगी, लेकिन जब सलमान सर ने मुझे समझाया कि मैं इस फिल्म को क्या दे सकती हूं से महत्वपूर्ण है कि मैं क्या सीख सकती हूं, क्योंकि पूरा खेल वही है.सलमान सर ने अपनी फिल्म के लिए मुझे चुना. यह मेरे लिए बहुत खास है.
आपके आनेवाले प्रोजेक्ट्स
दो फ़िल्में इसके बाद आएंगी. इस साल के अंत में एक आएंगी और दूसरी अगले साल. दोनों ही फिल्मों में मेरी लीड भूमिका है.