Firozabad Assembly Chunav: फिरोजाबाद में चूड़ी उद्योग के कारीगरों को मदद चाहिए, हर चुनाव में बना मुद्दा

श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र में हर आधे घंटे बाद कांच के एक ट्रक का बिक्री कर दी जाती है. कांच के हैंडीक्राफ्ट्स के आइटम की साठ से ज्यादा देशों में निर्यात होता है. इस सीट पर 20 फरवरी को मतदान होना है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 26, 2022 7:07 PM
an image

Firozabad Seat Vidhan Sabha Chunav: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद को कांच की वस्तुओं और चूड़ियों के लिए जाना जाता है. फिरोजाबाद जिले में छोटे-बड़े करीब चूड़ियों के चार सौ कारखाने चलाए जाते हैं. इनमें तीन लाख से अधिक श्रमिक काम करते हैं. दावा किया जाता है कि जिले में हर सातवां शख्स कांच के कारोबार से जुड़ा है. श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र में हर आधे घंटे बाद कांच के एक ट्रक का बिक्री कर दी जाती है. कांच के हैंडीक्राफ्ट्स के आइटम की साठ से ज्यादा देशों में निर्यात होता है. इस सीट पर 20 फरवरी को मतदान होना है. नतीजों का ऐलान 10 मार्च को किया जाएगा.

फिरोजाबाद का चुनावी इतिहास

  • 2017, 2012- मनीष असीजा- भाजपा

  • 2007- नसीरूद्दीन- बसपा

  • 2002- अजीम भाई- सपा

  • 1996- रघुबर दयाल वर्मा- एसएपी

  • 1993- नसीरूद्दीन- सपा

  • 1991- रामकिशन दादजू- भाजपा

  • 1989- रघुबर दयाल वर्मा- जेडी

  • 1985- रघुबर दयाल वर्मा- जेएनपी

  • 1980- गुलाम नबी- इंक (आई)

  • 1977- रघुबर दयाल वर्मा- जेएनपी

Also Read: Firozabad Assembly Chunav: किसानों के उत्थान का मुद्दा बना, समाधान नहीं मिला, चुनाव पर कितना होगा असर?
फिरोजाबाद के मौजूदा विधायक

  • 2017 के चुनाव में बीजेपी के मनीष असीजा ने फिरोजाबाद सदर से चुनाव जीता था.

फिरोजाबाद के जातिगत आंकड़े

  • मुस्लिम, यादव, दलित, पिछड़े और सवर्ण वोटरों की संख्या बहुत ज्यादा है.

फिरोजाबाद सीट के मतदाता

  • कुल मतदाता- 4,36,579

  • पुरुष- 2,34,343

  • महिला- 2,02,185

  • अन्य- 51

फिरोजाबाद की जनता के मुद्दे

  • चूड़ी उद्योग से जुड़े मजदूरों को मदद चाहिए.

  • कई बीमार मजदूरों को सहायता की आस.

Exit mobile version