Firozabad Assembly Chunav: किसानों के उत्थान का मुद्दा बना, समाधान नहीं मिला, चुनाव पर कितना होगा असर?
जसराना के किसानों का उत्थान हमेशा सभी सियासी दलों का चुनावी मुद्दा रहा है. इस सीट पर 20 फरवरी को मतदान है. नतीजों का ऐलान 10 मार्च को किया जाएगा.
Firozabad Jasrana Seat Vidhan Sabha Chunav: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में जसराना विधानसभा सीट आती है. जसराना विधानसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. जसराना विधानसभा क्षेत्र में अधिकतर मतदाता कृषक हैं. इस इलाके में मुख्य रूप से गेहूं और आलू की उपज होती है. जसराना के किसानों का उत्थान हमेशा सभी सियासी दलों का चुनावी मुद्दा रहा है. इस सीट पर 20 फरवरी को मतदान है. नतीजों का ऐलान 10 मार्च को किया जाएगा.
जसराना सीट का सियासी इतिहास
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2017- राम गोपाल उर्फ पप्पू लोधी- भाजपा
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2012- रामवीर सिंह- सपा
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2007- राम प्रकाश यादव- आईएनडी
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2002, 1996, 1993- रामवीर सिंह- सपा
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1991- जयदन सिंह- जेडी
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1989- रघुनाथ सिंह वर्मा पटेल- कांग्रेस
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1985- बलवीर सिंह- एलकेडी
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1980- विष्णु दयाल वर्मा- इंक (आई)
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1977- बलबीर सिंह- जेएनपी
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जसराना सीट के मौजूदा विधायक
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2017 में बीजेपी के राम गोपाल उर्फ पप्पू लोधी ने सपा के प्रत्याशी रामवीर सिंह को शिकस्त दी थी.
जसराना सीट के जातिगत समीकरण
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पाल, बघेल, यादव जाति के मतदाताओं की बहुलता है.
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अन्य पिछड़ी जातियों के मतदाता भी काफी ज्यादा हैं.
जसराना सीट के मतदाता
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कुल मतदाता- 3.63 लाख
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पुरुष- 1.95 लाख
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महिला- 1.68 लाख
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अन्य- 17
जसराना सीट की जनता के मुद्दे
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किसानों को अच्छे दिन का इंतजार.
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रोजगार की आस में युवाओं का पलायन.
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विकास योजनाओं का इंतजार जारी.