Mathura Assembly Chunav: श्रीकृष्ण की नगरी में किसे मिलेगा जीत का पेड़ा और रबड़ी? BJP का रहा है दबदबा
मथुरा, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 151 किलोमीटर दूर है. यमुना एक्सप्रेसवे मथुरा जिले में करीब 98 किलोमीटर तक है. यहां भारत सरकार की एक रिफाइनरी है.
Mathura Assembly Chunav: मथुरा जिले में पांच विधानसभा सीटें हैं. जिनमें मथुरा भी एक सीट है. श्रीकृष्ण जन्मस्थली मथुरा विधानसभा में आती है. यहां के मतदाताओं ने कई बार कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों को जीत दिलाई है. वृंदावन भी इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है. यहां पर 10 फरवरी को मतदान है.
एक नजर में धार्मिक नगरी मथुरा
मथुरा में ब्रजभाषा बोली जाती है. यहां का पेड़ा और रबड़ी दुनिया में प्रसिद्ध है. भौगोलिक स्थिति की बात करें तो यह आगरा और दिल्ली के बीच है. मथुरा, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 151 किलोमीटर दूर है. यमुना एक्सप्रेसवे मथुरा जिले में करीब 98 किलोमीटर तक है. यहां भारत सरकार की एक रिफाइनरी है.
मथुरा विधानसभा का सियासी इतिहास
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2017- श्रीकांत शर्मा- भाजपा
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2012- प्रदीप माथुर- कांग्रेस
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2007- प्रदीप माथुर- कांग्रेस
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2002- प्रदीप माथुर- कांग्रेस
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1996- राम स्वरूप शर्मा- भाजपा
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1993- रामस्वरूप- भाजपा
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1991- रविकांत गर्ग- भाजपा
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1989- रविकांत गर्ग- भाजपा
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1985- प्रदीप माथुर- कांग्रेस
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1980- दयाल कृष्ण- इंक (आई)
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1977- कन्हैया लाल- जेएनपी
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मथुरा सीट के मौजूदा विधायक
मथुरा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे. बीजेपी के श्रीकांत शर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रदीप माथुर को 1 लाख से अधिक वोट के अंतर से हराया था.
मथुरा सीट के जातिगत समीकरण
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यहां सबसे अधिक ब्राह्मण मतदाता हैं.
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वैश्य, मुस्लिम, दलित, जाट, कायस्थ, बघेल जाति के मतदाता भी ज्यादा हैं.
मथुरा विधानसभा में मतदाता
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कुल मतदाता- 4,58,405
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पुरुष- 2,47,481
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महिला- 2,10,816
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अन्य- 108