UP Chunav 2022: मझवां विधानसभा से बसपा को जीत का चौका लगाने से रोकने वाली बीजेपी इस बार दोहरापाएगी इतिहास

UP Chunav 2022: इस क्षेत्र की बात करें तो यह विधानसभा राजनीति के दिग्गजों का अखाड़ा रह चुकी है. मझवां विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी को आठ बार, बहुजन समाज पार्टी को पांच बार, भारतीय जनता पार्टी को दो बार जीत हासिल हुई है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 6, 2022 2:05 PM

UP Chunav 2022: मझवां विधानसभा 1960 में पहली बार अस्तित्व में आया था. इससे पहले यह मिर्जापुर नगर विधानसभा का ही हिस्सा था. मझवां विधानसभा क्षेत्र का अधिकांश इलाका गंगा की किनारे ही स्थित है. इसके एक तरफ भदोही तो दूसरी तरफ वाराणसी जिला स्थापित है. मझवां विधानसभा सीट 1952 से 1969 तक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी.

इस क्षेत्र की बात करें तो यह विधानसभा राजनीति के दिग्गजों का अखाड़ा रह चुकी है. मझवां विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी को आठ बार, बहुजन समाज पार्टी को पांच बार, भारतीय जनता पार्टी को दो बार जीत हासिल हुई है. इस विधानसभा सीट पर 2002 से 2012 तक लगातार तीन बार से बसपा का कब्जा रहा है. तीनों बार डॉ रमेश बिन्द यंहा से विधायक बनें. वर्तमान में डॉ रमेश बिंद भदोही जिले के बीजेपी सांसद है. 2017 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट से सुचिस्मिता मौर्या को अपना उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने अपने जीत का परचम लहराया.

इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी की सहयोगी निषाद पार्टी ने डॉक्टर विनोद सिंह, सपा ने रोहित शुक्ला उर्फ लल्लू, बसपा ने पुष्पलता बिंद और कांग्रेस ने शिवशंकर चौबे को प्रत्याशी बनाया है.

जातीगण समीकरण

इस क्षेत्र में ब्राह्मण और बिन्द बिरादरी का ही बोल बाला रहा है. इसके बाद दलित और बिंद समाज की संख्या है. ब्राह्मण 84 हजार, दलित 61 हजार, बिंद 60 हजार, यादव 35 हजार, क्षत्रिय 11 हजार, भूमिहार 20 हजार, मौर्या 33 हजार, मुस्लिम 20 हजार, पाल 20 हजार, पटेल 22 हजार और प्रजापति 10 हजार हैं.

  • कुल मतदाताओं की संख्या – 3 लाख 91 हजार 245

  • महिला वोटर – 1 लाख 84 हजार, 612

  • पुरूष वोटर – 2 लाख, 6 हजार, 603

  • मतदान की तारीख: सोमवार, 07 मार्च 2022

  • मतगणना की तारीख: गुरुवार, 10 मार्च 2022

Next Article

Exit mobile version