Prayagraj Meja Vidhan Sabha Chunav: प्रयागराज की ब्राह्मण बाहुल्य विधानसभा मेजा में 3.24 लाख से अधिक मतदाता हैं. इसी से भाजपा को पहली बार 2017 के चुनाव में जीत मिली थी. नीलम करवरिया ने अपने पति और पूर्व विधायक उदयभान के अलावा देवर व पूर्व सांसद कपिलमुनी और एमएलसी सूरजभान के जेल में रहते मेजा से चुनाव जीता. प्रयागराज जिले में राजनीतिक रसूख रखने वाले करवरिया बंधु विधायक जवाहर यादव (पंडित) की हत्या मामले में न्यायालय द्वारा दोषी करार दिए जा चुके हैं. प्रयागराज जिले की मेजा विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान है.
मेजा विधानसभा में करवरिया बंधुओं के जेल में रहते उनका राजनीतिक रसूख कम नहीं हुआ है. करवरिया खानदान की राजनीतिक विरासत को विधायक नीलम करवरिया ने आगे बढ़ाया है. अपने कार्यकाल में नीलम करवरिया ने पूरी विधायक निधि खर्च करते हुए लगातार जनता के बीच रहीं. मेजा सीट से चुनाव जीतने वाली नीलम करवरिया की छवि जनता के लिए सुलभ विधायक के तौर पर मानी जाती है.
-
2017- नीलम करवरिया- भाजपा
-
2012- गिरीश चन्द्र उर्फ गामा पांडे- सपा
-
2007- राज बली जैसल- बसपा
-
2002, 1996- राम कृपाल- माकपा
-
1993- राज बली जायसवाल- बसपा
-
1991- विश्राम दास- जेडी
-
1989- विश्राम दास- जेडी
Also Read: Prayagraj Assembly Chunav: अतीक अहमद के दबदबे वाली सीट पर 2017 में BJP जीती, इस बार क्या है स्थिति?
-
2017 के चुनाव में बीजेपी की टिकट पर नीलम करवरिया ने चुनाव जीता था.
-
ब्राह्मण- 90 हजार
-
अनुसूचित जाति- 60 हजार
-
यादव- 40 हजार
-
निषाद- 22 हजार
-
केवट- 22 हजार
-
कुल मतदाता- 3,24,789
-
पुरुष- 1,78,868
-
महिला- 1,45,905
-
नौकरी के पर्याप्त साधन नहीं.
-
50-60 फीसदी जमीन पथरीली.