भारत में सबसे ज्यादा चोरी होने वाली कारें सफेद रंग की होती हैं. दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में दिल्ली में चोरी होने वाली कारों में से 40% सफेद रंग की थीं. इसके बाद काली कारें आती हैं, जो 25% चोरी होने वाली कारों का हिस्सा थीं.
कार के रंग और चोरी के बीच कई संभावित संबंध हैं. एक संभावना यह है कि सफेद कारें अन्य रंगों की कारों की तुलना में अधिक दिखाई देती हैं, जिससे उन्हें पहचानना और ट्रैक करना आसान नहीं होता है. इससे चोरों के लिए कार को बेचना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है.
एक अन्य संभावना यह है कि सफेद कारें अन्य रंगों की कारों की तुलना में अधिक लोकप्रिय हैं. इससे चोरों के लिए कार को बेचना आसान हो जाता है क्योंकि बाजार में अधिक मांग होती है.
भारत में सबसे ज्यादा सफेद रंग की कारें चोरी होती हैं. इसके बाद काली और ग्रे रंग की कारें आती हैं. सफेद रंग की कारें चोरी की जाने के लिए सबसे ज्यादा पसंदीदा हैं क्योंकि वे आसानी से छिपाई जा सकती हैं. सफेद रंग की कारें ट्रैफिक में भी आसानी से गुम हो जाती हैं.
चोरों के लिए सफेद रंग की कारें चोरी करने के कई कारण हैं:
सफेद रंग की कारें अन्य रंगों की कारों की तुलना में आसानी से छिपाई जा सकती हैं.
सफेद रंग की कारें ट्रैफिक में आसानी से गुम हो जाती हैं. इससे चोरों को कार को चुराना और भागना आसान हो जाता है.
सफेद रंग की कारें अन्य रंगों की कारों की तुलना में अधिक आम हैं. इससे चोरों को कार को बेचना आसान हो जाता है.