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धर्मिक दृष्टि से सिर ढंकना एक प्रकार का सम्मान और आदर प्रकट करने का तरीका
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वैज्ञानिक दृष्टि से, सिर ढंकने के कई फायदे हैं.
Covered Head During Worship: हमने अक्सर मंदिरों, गुरुद्वारों में महिलाओं को सिर ढंककर पूजा-पाठ करते देखा होगा. यह एक प्राचीन परंपरा है, जिसका धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही कारण हैं. धर्मिक दृष्टि से, सिर ढंकना एक प्रकार का सम्मान और आदर प्रकट करने का तरीका है. यह माना जाता है कि भगवान के सामने सिर ढककर हम उनकी उपस्थिति में अपने आप को विनम्रतापूर्वक प्रस्तुत करते हैं.
जब हम सिर को ढंकते हैं, तो यह ऊर्जा का संरक्षण होता है
वैज्ञानिक दृष्टि से, सिर ढंकने के कई फायदे हैं. सबसे पहले, यह हमें नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है. सिर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हमारे शरीर में ऊर्जा के प्रवाह का केंद्र होता है. जब हम सिर को ढंकते हैं, तो यह ऊर्जा का संरक्षण होता है और हम नकारात्मक ऊर्जा से बच सकते हैं.
जब हम सिर को ढंकते हैं, तो हमें ध्यान में अधिक गहराई तक जाने में मदद मिलती है
दूसरा, सिर ढंकने से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है. सिर के मध्य में एक चक्र होता है, जिसे सहस्त्रार चक्र कहा जाता है. यह चक्र ध्यान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. जब हम सिर को ढंकते हैं, तो यह चक्र खुलता है और हमें ध्यान में अधिक गहराई तक जाने में मदद मिलती है.
सिर ढंकने से हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है
तीसरा, सिर ढंकने से हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है. आकाशीय विद्युतीय तरंगे खुले सिर वाले व्यक्तियों के भीतर प्रवेश कर सकती हैं, जिससे सिर दर्द, आंखों में कमजोरी, क्रोध आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं. सिर को ढंकने से इन तरंगों से बचाव होता है.
इस प्रकार, धार्मिक स्थलों पर सिर ढंकना एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसका धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही कारण हैं. हमें इस परंपरा का पालन करना चाहिए, ताकि हम भगवान के प्रति अपना सम्मान प्रकट कर सकें और अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकें.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847