Koderma News: जिला शिक्षा विभाग ने जुलाई 2022 में एक भी दिन ई विद्या वाहिनी के माध्यम से बायोमैट्रिक ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराने वाले 64 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है. पांच सितंबर को जिला शिक्षा पदाधिकारी अलका जायसवाल के हस्ताक्षर से जारी स्पष्टीकरण पत्र में जिन 64 शिक्षकों से जवाब मांगा गया है उसमें चार-पांच माह पहले मृत हो चुके दो शिक्षकों का नाम भी शामिल है. यही नहीं महीनों पूर्व सेवानिवृत्त हो चुके दस शिक्षकों से भी विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा है. ऐसे में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
शिक्षक संघ ने जतायी आपत्ति
शिक्षक संघ ने भी इस पर आपत्ति जताई है. जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी स्पष्टीकरण में शिक्षकों से कहा है कि आपके द्वारा जुलाई 2022 में एक भी दिन ई विद्या वाहिनी के माध्यम से बायोमैट्रिक ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराया गया है. ऐसे में पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक के माध्यम से कार्यालय में स्पष्टीकरण दें कि किस परिस्थिति में आपके द्वारा माह जुलाई 2022 में एक भी दिन ई विद्या वाहिनी से बायोमैट्रिक ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई गई है.
इन शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण
जिन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उनमें जागेश्वर राम, चंद्रमौली प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद यादव, मीना कुमारी सिन्हा, परमेश्वर कुमार, छोटन साहू, गणपति रविदास, राजेंद्र प्रसाद यादव सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि सुरेश प्रसाद यादव का फरवरी 2022 में और आबिद अंसारी का अप्रैल 2022 में ही निधन हो चुका है. चार-पांच माह पहले मृत हो चुके शिक्षकों के नाम से स्पष्टीकरण जारी करना चर्चा का विषय बन गया है.
क्या कहते हैं संघ के जिलाध्यक्ष
शिक्षा विभाग ने बायोमैट्रिक अटेंडेंस निकाल कर इसके आधार पर स्पष्टीकरण मांगा है. आश्चर्यजनक है कि इस सूची में उनका भी नाम है जो आज की तिथि में इस दुनिया में नहीं हैं. कुछ तो सेवानिवृत्त हो गए हैं. शिक्षक दिवस के दिन एक तरफ शिक्षकों का सम्मान किया जा रहा है दूसरी तरफ इस तरह का पत्र जारी करना समझ से परे है. वैसे भी ई विद्या वाहिनी अपडेट ही नही हो रहा. इसको लेकर शिकायत पहले भी की गई है. विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए.
– शिवशंकर रजक, जिलाध्यक्ष अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ
क्या कहती हैं डीईओ
ई विद्या वाहिनी में शिक्षकों की सूची अपडेट करने की जिम्मेवारी संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक की है. प्रधानाध्यापक के द्वारा अगर सूची अपडेट नहीं किया गया है तो इस तरह की भूल हो सकती है. भूल वश अगर ऐसा हुआ है तो सूची में से उन शिक्षकों का नाम हटा दिया जाएगा.
– अलका जायसवाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी कोडरमा