Koderma News: तिलैया पुलिस ने अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से चोरी की पांच मोटरसाइकिल, दो मास्टर चाभी व चार मोबाइल बरामद किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान शहर के अलग-अलग जगहों से पांच बाइक की चोरी की है. इसके बाद इस पूरे गिरोह का खुलासा हुआ. ये अपराधी ग्राहकों को फोटो भेज कर बाइक पसंद कराते थे फिर उसकी बिक्री करते थे.
इन अपराधियों की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार अपराधियों में सचिन कुमार (20 वर्ष) पिता भोला दास निवासी सिमरा टोला, सनोज कुमार (20 वर्ष) पिता सुखदेव दास निवासी घोडदौल, विकास कुमार (20 वर्ष) पिता देवेन्द्र दास निवासी सिमरा टोला सभी थाना मोहनपुर, सुनील कुमार (20 वर्ष) पिता देवेन्द्र चौरसिया निवासी चक जलपा थाना गुरपा व अजय कुमार उर्फ सल्लू यादव (28 वर्ष) पिता अर्जुन यादव निवासी टोला नैयनागढ़ बिहरगांव थाना रौशनबाग जिला गया बिहार शामिल हैं. यह जानकारी इंस्पेक्टर सह तिलैया थाना प्रभारी रामनारायण ठाकुर ने दी.
पुलिस ने दी यह जानकारी
तिलैया थाने में आयोजित प्रेस वार्ता में इंस्पेक्टर ने बताया कि शहर के सामंतो पेट्रोल पंप के पीछे बाइक चोरी को लेकर रेकी करते तीन युवकों सचिन, सनोज व विकास को हजारीबाग के चौपारण थाना क्षेत्र से चोरी की गई ग्लैमर मोटरसाइकिल नंबर जेएच-02एडब्ल्यू-1330 के साथ पकड़ा गया. पूछताछ में इन्होंने बताया कि इसी गिरोह ने दुर्गा पूजा के दौरान शहर के अलग-अलग जगहों से पांच बाइक की चोरी की है. इसके बाद इस पूरे गिरोह का खुलासा हुआ. मिले सुराग के आधार पर गया के मधेशिया होटल में छापामारी के दौरान एक, सुनील कुमार के पास से एक व रौशनगंज से दो बाइक बरामद हुई. साथ ही दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई.
इन बाइक्स की हुई गिरफ्तारी
बरामद बाइक में एक चौपारण थाना क्षेत्र से चोरी किया गया ग्लैमर (नंबर-जेएच-02एडल्ब्यू-1330), तिलैया थाना क्षेत्र से चोरी हुई अपाची मोटरसाइकिल (नंबर-जेएच-12के-3473), होंडा एसपी साइन (नंबर-जेएच-12जे-8821), पैशन प्रो व एक लियो होंडा मोटरसाइकिल शामिल है. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरोह की गिरफ्तारी से तिलैया थाना कांड संख्या 228/22, 251/22, 257/22, 262/22 का खुलासा हुआ है. छापामारी दल में थाना प्रभारी के अलावा एसआई लय कुमार, आनंद मोहन कुमार, आनंद कुमार साह, पैंथर के जवान व तकनीकि शाखा के सदस्य शामिल थे.
मोबाइल पर फोटो भेज करते थे बिक्री
इंस्पेक्टर ने बताया कि अपराधी मोटरसाइकिल का लॉक तोड़कर मास्टर की से मोटरसाइकिल लेकर फरार हो जाते थे. गिरोह मोटरसाइकिल चोरी करने के बाद मोटरसाइकिल की तस्वीरें ग्राहकों को ऑनलाइन भेजकर बाइक बेचने का काम करता था. पुलिस को चोरी की मोटरसाइकिल बेचे जाने के बाद ऑनलाइन पेमेंट लेने के सूबूत भी मिले हैं. पकड़े गए पांच अपराधियों में चार का आपराधिक इतिहास है और ये अपराधी पहले भी कई कांडों में जेल की हवा खा चुके हैं. थाना प्रभारी के अनुसार गिरोह के तीन लोग मोटरसाइकिल चोरी करते थे, जबकि दो सदस्य चोरी की मोटरसाइकिल को गया व आसपास में बेचते थे.