पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो (East-West Metro) निर्माण कार्य की वजह से बऊबाजार इलाके में एक बार फिर कई घरों में दरारें आ गई हैं. इन घरों में रहने वाले लोगों की परेशानी फिर बढ़ गई हैं. कई लोग बेघर हो गये है. बताया जा रहा है कि लगभग 12 से अधिक घरों में दरारें आई है. बऊबाजार इलाके में तनाव का माहौल है. दुर्गा पिटुरी लेन के बगल में मदन दत्ता लेन में सुबह तड़के कई घरों में दरारें आ गईं. मौजूदा पुलिसकर्मी इलाके को खाली करने की गुहार लगा रहे हैं. इस बीच केएमआरसीएल ने 100 वर्ग फीट तक के क्षतिग्रस्त के लिए एक लाख रुपये और 100 वर्ग फीट से अधिक क्षतिग्रस्त के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.
स्थानीय निवासियों ने शिकायत की कि मदन दत्त लेन के कई घरों में शुक्रवार तड़के बड़ी दरारें आ गईं. इलाके के लोग डर के मारे घरों से निकल गए. फिर उन्होंने ईस्ट-वेस्ट मेट्रो अथॉरिटी के खिलाफ इलाके में धरना शुरू कर दिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि ईस्ट-वेस्ट के कार्य की वजह से हमलोगों की परेशानियां बढ़ गई है. मुआवजा देने से क्या होगा हमलोग तो घर से बेघर हो गये है. मेट्रो के अधिकारियों के खिलाफ इलाके में लगातार प्रदर्शन जारी है. लोगों का कहना है कि मेट्रो के अधिकारियों को इलाके में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. लोगों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है.
Also Read: कोलकाता से उत्तर भारत की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट, क्या रेलवे चलायेगा विशेष ट्रेन?
बऊबाजार इलाके में इससे पहले भी इस तरह की घटना घट चुकी है. यहां रहने वाले लोगों में आतंक का माहौल बन गया है. पार्षद बिस्वरूप दे ने कहा कि भले ही रात के शुरुआती घंटों में दरार का पता चला, लेकिन मेट्रो प्राधिकरण की ओर से कोई भी मौके पर नहीं देखा गया. जो बाद में आए वे भी विशेषज्ञ नहीं बल्कि अधिकारी हैं. बता दें कि इसके पहले बुधवार 11 मई को मेट्रो के काम के दौरान बऊबाजार में दुर्गा पिटुरी लेन पर कई घरों में दरारें देखी गईं थी. उस समय कई परिवार डर के मारे घर से निकल गए थे. 31 अगस्त 2019 की रात ईस्ट-वेस्ट मेट्रो टनल की खुदाई के दौरान बऊबाजार के दुर्गा पिटुरी लेन और सेकरापाड़ा लेन में कई घर ढह गए थे. क्षेत्र के निवासी विस्थापित हो गए थे. कुछ को मुआवजा मिला है या अभी भी मेट्रो द्वारा व्यवस्थित किराए के मकानों में हैं. मेट्रो अधिकारियों ने उन लोगों को भी वैकल्पिक स्थान दिया है जिनकी दुकानें और गोदाम क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
केएमआरसीएल ने 100 वर्ग फीट तक के क्षतिग्रस्त के लिए एक लाख रुपये और 100 वर्ग फीट से अधिक क्षतिग्रस्त के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.बयान में कहा गया है यदि क्षति और अधिक पाई गयी,तो मुआवजा और भी बढ़ाया जाएगा. 15 दिनों के अंदर मुआवजा की राशि दे दी जाएगी. इस बीच इलाके को खाली कराया जा रहा है.मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है.
Also Read: उपराष्ट्रपति की टिप्पणी पर टीएमसी सांसद का पलटवार, पश्चिम बंगाल पर कुछ कहना उनके पद के अनुरूप नहीं