46वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में 700 बुक स्टॉल और 200 लिटिल मैग्जीन के स्टॉल होंगे. पूरी तैयारियों के साथ बोइमेला प्रांगण पुस्तक मेले के लिए तैयार है. बेहतर सीसीटीवी कवरेज, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाओं के साथ 30 को इसका उद्घाटन किया जायेगा. इस बार पुस्तक मेले की खासियत यह है कि प्रत्येक बुक स्टॉल में दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर रैंप बनाना अनिवार्य कर दिया गया है. इस विषय में पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड के महासचिव त्रिदिब कुमार चटर्जी ने बताया कि इस बार जितने स्टॉल लगेंगे, सभी को प्रत्येक स्टाॅल के लिए व्हीलचेयर रैंप अनिवार्य कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी दी गयी है.
पुस्तक मेले का आयोजन करने वाले पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड ने उन सभी के लिए एक दिशानिर्देश जारी किया है, जिन्हें स्टॉल आवंटित किये गये हैं. स्टॉल लगाने वाले डेकोरेटर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि व्हीलचेयर की आसान आवाजाही की सुविधा के लिए रैंप बनाये गये हैं. श्री चटर्जी ने कहा कि यह पहली बार था, जब उन्होंने सभी स्टाॅलों के लिए व्हीलचेयर रैंप होना अनिवार्य कर दिया है. यहां 900 स्टॉल होंगे, जिनमें 200 छोटी पत्रिकाओं के लिए शामिल हैं. अभी इसका काम चल रहा है.
पुस्तक मेले में दिव्यांग भी पहुंच सकें, इसके लिए प्रत्येक स्टॉल पर व्हीलचेयर रैंप लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है. व्हीलचेयर एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार रैंप का निर्माण किया जा रहा है. श्री चटर्जी ने कहा : ये रैंप न केवल विशेष जरूरतों वाले लोगों की मदद करेंगे, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों सहित चलने-फिरने की समस्या वाले किसी भी व्यक्ति की मदद करेंगे. यह पहली बार है, जब हमने इस तरह की पहल की है और उम्मीद है कि इससे कई और लोगों को स्टाॅलों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 जनवरी को कलकत्ता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले के 46वें संस्करण का उद्घाटन करेंगी. मेला 31 जनवरी से 12 फरवरी तक चलेगा. इस वर्ष स्पेन को थीम कंट्री के रूप में रखा गया है. पुस्तक मेले में ही नौवां कोलकाता लिटरेचर फेस्टिवल भी आयोजित होगा, जो मेले का हिस्सा है. नौ से 11 फरवरी तक इसी परिसर में यह आयोजित होगा.
राज्य परिवहन विभाग ने सियालदह और हावड़ा स्टेशनों सहित प्रमुख जगहों से साॅल्टलेक में मेले के मैदान तक विशेष बसें चलाने का फैसला किया है. सियालदह से करुणामयी तक इस्ट-वेस्ट मेट्रो सेवा से भी बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है.