कोलकाता (नम्रता पांडेय) : बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के सातवें चरण में कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र में भी 26 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे. यहां से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम के विरुद्ध भाजपा ने महानगर में 40 वर्षों से सक्रिय अपने कार्यकर्ता अवध किशोर गुप्ता को मैदान में उतारा है.
अवध किशोर गुप्ता 2001 व 2016 के विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. दो बार चुनाव हार चुके श्री गुप्ता इस बार अपनी जीत को लेकर पूर्ण रूप से आश्वस्त हैं. श्री गुप्ता ने कहा कि वाममोर्चा के अत्याचार से तंग आकर लोगों ने तृणमूल कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी, लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस का अत्याचार भी चरम पर पहुंच चुका है. ऐसे में जनता ने भाजपा को मौका देने का मन बना लिया है.
अवध किशोर गुप्ता से जब पूछा गया कि वह राज्य के शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के पूर्व मेयर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में जीत की क्या रणनीति बनायी है, तो उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्री व मेयर होते हुए भी फिरहाद हकीम ने अपने विधानसभा क्षेत्र में किसी भी प्रकार का विकास कार्य नहीं किया.
उन्होंने कहा कि वह सालों से भाजपा के बस्ती विकास प्रकोष्ठ में काम कर रहे हैं. उन्होंने इस दौरान पाया कि महानगर होने के बावजूद साउथ पोर्ट इलाके में बस्तियों की संख्या सबसे अधिक है. इन बस्तियों के विकास के लिए मेयर और शहरी विकास मंत्री ने कुछ नहीं किया.
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अवध किशोर गुप्ता ने कहा कि वह 20,000 वोटों से जीत रहे हैं. उन्होंने इसके लिए तृणमूल कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति को कारण बताया. उन्होंने कहा कि कुछ मुस्लिम इलाकों में तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि 30 प्रतिशत मुस्लिम वोट नहीं बंटने चाहिए? तृणमूल कांग्रेस के ऐसे बयान से जनता नाराज है.
दवा के व्यापारी रह चुके भाजपा प्रत्याशी श्री गुप्ता कहते हैं कि वह चुनाव प्रचार के दौरान भी मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना एक गंभीर संक्रमण है. इसको फैलने से रोकने की सख्त जरूरत है. यह तभी रुकेगा, जब हम मास्क और सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करेंगे.
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Posted By : Mithilesh Jha